Dhanteras 2023: हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाई जाती है. इस दिन धन के देवता कुबेर जी और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस दिन सोने-चांदी के अलावा बर्तनों की खरीदारी की जाती हैं. ऐसी मान्याता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुरओं में 13 गुना वृद्धि होती है. मान्यता है कि धनतेरस के त्योहार को विधि-विधान से मनाने पर आपको सालों भर धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर, जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर में 12:35 मिनट से होगा. यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1:57 मिनट तक रहेगी.
प्रदोष काल में धनतेरस मनाने की परंपरा
चूंकि धनतेरस का त्योहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है, इसलिए यह शु्क्रवार 10 नवंबर को मनाई जाएगी. धनतेरस जिसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं पांच दिवसीय दीपावली का पहला दिन होता है. धनतेरस के दिन से दीपावली का त्योहार प्रारंभ हो जाता है. मान्यता है इस तिथि पर आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रगट हुए थे. इसी कारण से हर वर्ष धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा निभाई जाती है.
पांच शुभ योगों में मनेगा इस बार का धनतेरस
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि शु्क्रवार 10 नवंबर धनतेरस पर सबसे शुभ मुहूर्त रहेगा. धनतेरस पर 4 राजयोग और एक 1 शुभ योग बन रहा है. इस तरह 5 योगों का महासंयोग 10 नवंबर को रहेगा. धनतेरस पर वैसे भी सोना-चांदी और बर्तन खरीदने की परंपरा रही है.
धनतेरस की खरीदारी पर 13 गुना वृद्धि की मान्यता
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि कहा जाता है जो भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन, जमीन-जायजाद की शुभ खरीदारी करता है, उसमें तेरह गुना की बढ़ोत्तरी होती है। चिकित्सक अमृतधारी भगवान धन्वन्तरि की पूजा करेंगे. इसी दिन से देवता यमराज के लिए दीपदान से दीप जलाने की शुरुआत होगी और पांच दिनों तक जलाए जाएंगे. इस दिन खरीदे गए सोने या चांदी के धातुमय पात्र अक्षय सुख देते हैं. लोग नए बर्तन या दूसरे नए सामान खरीदेंगे.
कोई कंफ्यूजन नहीं, 10 नवंबर को धनतेरस
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर में 12:35 मिनट से होगा. यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1:57 मिनट तक रहेगी. चूंकि धनतेरस का त्योहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है, इसलिए यह शु्क्रवार 10 नवंबर को मनाई जाएगी.
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ - 10 नवम्बर 2023 दोपहर 12:35 बजे से
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 11नवम्बर 2023 दोपहर 01:57 बजे तक
प्रीति योग
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस की तिथि पर प्रीति योग बन रहा है. यह योग शाम 05:06 बजे के बाद बन रहा है. जो पूरी रात रहेगा. इस योग में पूजा करने से साधक को अनंत फल की प्राप्ति होगी. यह अवधि खरीदारी के लिए भी अच्छी है. इस योग में शुभ कार्य किए जा सकते हैं.
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त (Dhanteras shubh muhurat)
प्रदोष काल- शाम 05:46 मिनट से रात 08:25 मिनट तक
वृषभ लग्न का मुहूर्त- शाम 06:08 से रात्रि 08:05 मिनट तक
दीपदान - सांय 05:46 मिनट से रात्रि 08:26 मिनट तक
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2023 shopping Time)
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस के दिन को हिंदू धर्म में खरीदारी करने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन खरीदारी करने से घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है. धनतेरस के दिन बर्तन, सोना-चांदी, आभूषण, झाडू और खड़ा धनिया खरीदना शुभ माना जाता है.
इस बार खरीददारी के लिए धनतेरस पर दोपहर से शाम तक शुभ समय रहेगा. विशेषकर दोपहर 12:56 मिनट से 02:06 मिनट तक और फिर शाम 04:16 मिनट से 05:26 मिनट तक श्रेष्ठ समय रहेगा.
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