
Didwana News: राजस्थान के डीडवाना जिले का एक छोटा सा गांव सुदरासन इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इस समय गांव में हर तरफ जश्न का माहौल है. क्योंकि यहां कि एक-दो नहीं बल्कि नौ बेटियों ने कोटा स्थित राज्य स्तरीय फुटबॉल अकादमी में अपना स्थान पक्का किया है. इन बेटियों की इस उपलब्धि के पीछे डीडवाना के कोच शादाब उस्मानी की भूमिका काफी अहम है.
सफलता के पीछे कोच की भूमिका अहम
शाहरुख खान की फिल्म 'चक दे इंडिया' में जिस तरह कोच कबीर खान लड़कियों की हॉकी टीम को ट्रेनिंग देते हैं और उनकी ट्रेनिंग से भारतीय लड़कियों की टीम विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल करती है, कुछ ऐसा ही इन लड़कियों के कोच शादाब उस्मानी ने किया है, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से न सिर्फ सुदरासन गांव की लड़कियों को खेलों के लिए प्रोत्साहित किया, बल्कि रोजाना 35 किलोमीटर का सफर तय करके गांव में जाकर इन्हें फुटबॉल की ट्रेनिंग देते थे.
राज्य बालिका फुटबॉल अकादमी कोटा में हुआ चयन
कड़े प्रशिक्षण के बाद उनकी मेहनत रंग लाई. हाल ही में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित बालिका फुटबॉल चयन ट्रायल प्रक्रिया में सुदरासन गांव की 10 में से 9 बालिका खिलाड़ियों का चयन राज्य बालिका फुटबॉल अकादमी, कोटा के लिए हुआ है. अब ये बालिकाएं राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के लिए कोटा जाएंगी.

फुटबॉल खेलती लड़कियां
Photo Credit: NDTV
स्वागत समारोह में उमड़ा पूरा शहर
इस अवसर पर बालिकाओं के चयन एवं उपलब्धि की खुशी में शहर के बलदेव राम मिर्धा स्टेडियम में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मारवाड़ फुटबॉल अकादमी के निदेशक डॉ. सोहन चौधरी ने कोच शादाब उस्मानी के साथ सभी चयनित 9 बालिकाओं का स्वागत किया और उनका उत्साहवर्धन किया.
डीडवाना सहित पूरे देश की मिसाल बनी बेटियां
इस अवसर पर डॉ. सोहन चौधरी ने कहा कि सुदरासन गांव की बेटियों ने अपनी मेहनत के दम पर खेलों की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है. यह उपलब्धि डीडवाना सहित पूरे देश के लिए मिसाल बन गई है.इसलिए ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, ताकि हर गांव से प्रतिभाएं उभरती रहें और देश का नाम रोशन करती रहें.