Rajasthan News: भारतीय घरों में चावल रोज की थाली का हिस्सा है. सुबह हो या रात, इसे खाना आम है. लेकिन क्या रात का चावल शरीर को नुकसान पहुंचाता है? आइए जानते हैं आयुर्वेदिक और वैज्ञानिक नजरिए से.
जानें आयुर्वेद क्या कहता है
आयुर्वेद में चावल को ठंडा और नरम माना जाता है. पुराना चावल हल्का होता है और आसानी से पचता है, जबकि नया चावल भारी पड़ता है. रात में पाचन अग्नि कमजोर हो जाती है, इसलिए चावल पचाना मुश्किल लगता है. इससे गैस, अपच और पेट में भारीपन की शिकायत हो सकती है.
विज्ञान की नजर में सच
चावल में कार्ब्स भरपूर होते हैं, जो ऊर्जा देते हैं. लेकिन रात में मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ता है, शरीर इसे पूरी तरह नहीं पचा पाता. नतीजा? गैस, पेट फूलना, एसिडिटी और अगर तुरंत सो गए तो अतिरिक्त कैलोरी फैट बनकर जमा हो जाती है. यही वजह है कि कई लोग इसे वजन बढ़ाने वाला मानते हैं.
चावल छोड़ना जरूरी नहीं
सबको रात का चावल बंद करने की जरूरत नहीं. हल्के विकल्प चुनें जैसे मूंग दाल खिचड़ी, जीरा राइस या स्टीम्ड सब्जियों वाला चावल. ये पचने में आसान हैं और शरीर पर भार नहीं डालते.
स्मार्ट टिप्स अपनाएं
रात में चावल खाना चाहें तो पहले गुनगुना पानी या सूप पिएं, पाचन मजबूत होगा. ब्राउन राइस या पुराना चावल लें, इसमें फाइबर ज्यादा और स्टार्च कम. थोड़ा घी मिलाएं, गैस रुकेगी और पाचन सुधरेगा. खाने के बाद 5-10 मिनट टहलें, भारीपन दूर रहेगा. सोने से दो घंटे पहले डिनर खत्म करें, ताकि पाचन को वक्त मिले.
दक्षिण भारत का सीक्रेट
दक्षिणी लोग रोज रात चावल खाते हैं, मोटापा नहीं होता. राज? दही, सांभर या उबली सब्जियां मिलाकर खाते हैं और डिनर के बाद हल्की हलचल करते हैं. ठंडा चावल रेजिस्टेंट स्टार्च बनाता है, जो आंतों के लिए गुणकारी है. कुल मिलाकर, सही तरीके से चावल रात में भी मजेदार और सेहतमंद बन सकता है.