
Kota News: उत्तर प्रदेश के बरसाना निवासी छात्र परशुराम की आत्महत्या के बाद आज उसके परिजन कोटा पहुंचे. पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से मृतक छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है. पिता खचरमल ने आरोप लगाया है कि उनका बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा था. साल 2022 से वह कोटा में रहकर नीट की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल हो रहा था लेकिन इस साल नीट रिजल्ट में हुई धांधली के बाद से बेटा तनाव में था.
पिता ने बताया कि साल 2022 में परशुराम ने कोटा में कोचिंग कर 490 अंक हासिल किए थे. उसके बाद साल 2023 में उसने उत्तर प्रदेश से ही नीट का एग्जाम दिया था और 450 अंक उसको मिले थे. लेकिन साल 2024 में उसके रिजल्ट में पहले 647 अंक प्रदर्शित हुई और फिर उसके बाद 247 अंक वाला रिजल्ट आया तब से वह तनाव में था.
8 दिन पहले ही आया था कोटा
लेकिन इसके बाद भी वह एक बार फिर नीट परीक्षा की तैयारी के लिए 8 दिन पहले ही कोटा आया था आखिर उसने आत्महत्या क्यों की यह समझ नहीं आ रहा है. बेटा पढ़ाई में होशियार था उसने दो बार एलेन कोचिंग संस्थान से टेस्ट में अच्छे रिजल्ट का इनाम भी हासिल किया था.
पिता से कहा था मन नहीं लग रहा
पिता खचरमल ने बताया कि बेटे से दोपहर के वक्त बात हुई थी. तब उसने कहा था कि उसका मन नहीं लग रहा है तो मैंने कहा था कि गांव आ जाओ या आपकी मम्मी और मैं कोटा आ जाते हैं. लेकिन उसके बाद उसने फोन नहीं उठाया और फिर देर रात पुलिस द्वारा सूचना दी गई कि उसकी तबीयत खराब हो गई है आप कोटा आ जाइए. पिता ने कहा कि आखिर 8 दिन पहले ही कोटा आए उनके बेटे को ऐसा क्या हो गया कि उसने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की हम जिला प्रशासन से मांग करते हैं.
कारीगर का काम करते हैं पिता
जवाहर नगर थाना पुलिस द्वारा जब परिजनों को बेटे की तबीयत ज्यादा खराब होने की सूचना दी गई तो आज परिजन कोटा पहुंचे. पिता खाचारमल ने जैसे ही सुसाइड के बारे में सुना तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाए बार-बार एक ही बात बोलते नजर आए की आखिर बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया? वहीं उन्होंने नीट एग्जाम को लेकर इस साल रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने कारीगरी का काम करके अपने बेटे को पढ़ाई करवाई उसको कभी किसी चीज की कमी का एहसास नहीं होने दिया. बेटा भी पढ़ाई में होशियार था लेकिन नीट के रिजल्ट से सभी को निराशा हाथ लगी थी.
परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
होशियार होने के बावजूद उसका सलेक्शन नहीं होने और बेटे को खो देने पर एक गरीब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पिता ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. वहीं पुलिस ने छात्र जिस मकान में रह रहा था उसके कमरे को सीज कर दिया है. जवाहर नगर थाना प्रभारी हरि नारायण शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
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