राजस्थान के पूर्व मंत्री और हिण्डोली विधायक अशोक चांदना ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शनिवार को बूंदी में प्रेस कॉफ्रेस करते हुए विधायक अशोक चांदना ने बूंदी के एक रेप केस में भाजपा कार्यकर्ता को आरोपी बताया. उन्होंने कहा कि आरोपी भाजपा से जुड़ा है, इसलिए मामले की जांच बार-बार बदली जा रही है. दरअसल पूर्व खेल मंत्री अशोक चांदना ने पुलिस पर बलात्कार के मुख्य आरोपी को बचाने एवं पीडित पक्ष के लोगों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है. चांदना ने इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक सहित जिले के पुलिस अधिकारियों को भी आड़े हाथों लिया है और कहा कि आईजी की शह पर पुलिस बलात्कार के मामले की जांच बार-बार बदल रही है और आरोपी को बचा रही है.
तीन दिन पहले भी पीड़िता के परिजनों पर हुआ हमला
कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि कोटा रेंज आईजी इस तरीके से बलात्कारी का साथ देंगे तो जनता सड़क पर आकर आंदोलन करेगी. चांदना ने पीड़ित पक्ष के लोगों के साथ मारपीट करने व उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप भी लगाया. चांदना ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष द्वारा 3 दिन पूर्व महिला और उसके परिवार के सदस्यों पर जानलेवा हमला कर दिया जिस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
बात नहीं सुनी गई तो सीएम और पुलिस के सामने देंगे धरनाः चांदना
अशोक चांदना ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में बताया कि इस मामले का ज्ञापन आज मुख्यमंत्री व राज्य पुलिस निदेशक को भेजा है. यदि इस मामले में शीघ्र कार्यवाही नहीं हुई तो वह पीड़ित पक्ष के लोगों के मुख्यमंत्री व पुलिस समक्ष धरना देंगे. चांदना ने बताया कि दबलाना थाना में 8 अप्रैल 2024 को मेंडी पंचायत के अमरपुरा गांव निवासी पीड़ित महिला ने गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया था.
आरोपी पीड़िता के परिवार पर कर रहा हमला
जिसमें दबलाना पुलिस व हिण्डोली डीएसपी ने घटना को प्रमाणित माना था. बाद में पुलिस अधीक्षक ने दो बार जांच अधिकारी बदल दिये. इसके बाद महानिरीक्षक कोटा रेंज ने 23 अक्टूबर को उक्त प्रकरण की पुनः जांच बदलते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोटा शहर को पत्रावली जांच के लिए सुपुर्द कर दी. चांदना ने कहा कि पुलिस को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पीड़िता को न्याय दिलाना चाहिए जिसकी जगह पुलिस ओएसडी के इशारे पर बार बार जांच बदल रही है. वहीं आरोपी पक्ष के लोग पीडित लोगों के साथ मारपीट और राजीनामे के दबाव बनाया जा रहा हैं.
चांदना ने दिखाए मारपीट के वीडियो
बूंदी सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने पत्रकारों को एलईडी पर पीड़ित पक्ष पर किए जा रहे अत्याचारों का एक वीडियो भी दिखाया और कहा कि पुलिस ने मारपीट कर रहे आरोपियों को तो छोड़ दिया मारपीट में घायल व्यक्तियों को मुकदमे में फंसा दिया. वीडियो ने साफ तौर से बताया कि किस तरीके से पुलिस दबाव में आकर काम कर रही है.
7 माह से इंसाफ की गुहार लगा रही पीड़िता
चांदना ने कहा कि लगता है रेप का आरोपी भाजपा कार्यकर्ता है तभी उसे बचाने का काम किया जा रहा है लेकिन मानवता नाम की भी कोई चीज होती है उसे ध्यान में रखना चाहिए. 7 माह से पीडित इंसाफ की गुहार लगा रही है लेकिन इस राज्य में पीड़िता को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है. पत्रकार वार्ता के दौरान पीड़ित पक्ष के लोग भी मौजूद रहे.
बूंदी एसपी ने कहा- आरोप निराधार
दूसरी और जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा का कहना है कि विधायक द्वारा बताए गए दोनों मुकदमों का एक दूसरे से कोई कनेक्शन नहीं है, तीन दिन पूर्व झगड़ा खेत की बाढ़ को लेकर परिजनों के बीच हुआ था जिसमें क्रॉस केस दर्ज हुए हैं इसका अप्रैल माह में दर्ज हुए बलात्कार के मुकदमे संख्या 96/2024 से कोई संबंध नहीं है.
जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अप्रैल माह में दर्ज हुए बलात्कार के मुकदमे में पीड़ित पक्ष के बयानों में विरोधाभास होने की वजह से आरोप सिद्ध नहीं हो पा रहा, इसलिए उसकी जांच बदलकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोटा शहर मुख्यालय को को दी गई है. SP मीणा ने कांग्रेस विधायक के सभी आरोपी को सिरे से खारिज किए है.
यह भी पढ़ें - नरेश मीणा की रिहाई को लेकर मीणा समाज का उग्र प्रदर्शन, कहा- DM, SP पर कार्रवाई नहीं हुई तो सरकार की फिल्म बना देंगे