
Rajasthan News: राजस्थान में राजसमंद जिले के एक रोडवेज कंडक्टर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. कुछ दिन पहले जयपुर से उदयपुर जा रही देवगढ़ की एक महिला यात्री अपना बैग रोडवेज में भूल गई थी. इस बैग में करीब 6 हजार रुपये नकद, ढाई तोले सोने के आभूषण और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे. महिला को अपनी इस भूल का पता तब चला जब वह घर पहुंच गई. इसके बाद कंडक्टर रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने महिला की बेटी से संपर्क किया और उसे फोन करके राजनगर बस स्टैंड बुलाया और उनका खोया हुआ बैग लौटा दिया.
पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मानित
इस घटना के बाद परिचालक कि पूरे जिले में बहुत तारीफ हो रही है. इस ईमानदारी भरे काम के लिए कंडक्टर रामेश्वर प्रसाद चौधरी और बस के चालक राधेश्याम दोनों को राजसमंद पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, भाजपा जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने दोनों को उपरना ओढाकर सम्मानित किया. इस दौरान पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों में रोडवेज कंडक्टर ने ये मिसाल दी जो इमानदारी का उदाहरण है.
बैग में थे ढाई तोले सोने के आभूषण
जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले रोडवेज में बैठकर एक महिला जयपुर से एक उदयपुर जा रही थी. महिला के पास एक बैग था जिसमें 6 हजार रुपये नकद और करीब ढाई तोले सोने के आभूषण थे. महिला उदयपुर में उतर गई और अपना बैग बस में ही भूल गई. इसके बाद बस के परिचालक और चालक ने महिला की बेटी से बात की और उनको बुला कर बैग उनको सही सलामत लौटा दिया. महिला यात्री और उसके परिवार ने परिपरिचालक का आभार व्यक्त किया और उसकी ईमानदारी की प्रशंसा की.
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