Jaipur Heritage Mayor: मार्षद मनोज मुद्गल ने कहा कि कांग्रेस-बीजेपी से ऊपर उठकर हम सभी को एक होकर जयपुर को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है, इसके लिए हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को हटाना जरूरी है. मुनेश गुर्जर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भ्रष्टाचार का मुलजिम माना है, इसके बाद भी 50 दिन से लाभ के पद पर हैं, तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए. मनोज मुद्गल ने कहा कि हम सभी को एक होकर भ्रष्टाचार के कचरे को जयपुर से बाहर फेंकना होगा. भ्रष्टाचार खत्म करना हम सब की जिम्मेदारी है.
हेरिटेज में कांग्रेस के 47 मेयर और भाजपा के 42 मेयर
हेरिटेज में कांग्रेस के 47, भाजपा के 42 और 11 निर्दलीय पार्षद हैं. इनमें भी 6 निर्दलीय ने कांग्रेस को समर्थन दिया था. 100 वार्डों में बहुमत के लिए 51 पार्षदों की जरूरत पड़ती है. नियमों की अवहेलना कर मुनेश मेयर के पद पर हैं.
सीपी जोशी बोले-मांगों पर करेंगे विचार
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेसी पार्षद मुझसे मिले. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा की सरकार पर विश्वास जताया है. उन्होंने जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर की कुछ शिकायतें की हैं. उनकी मांगों पर विचार करके फैसला लिया जाएगा.
ACB को मुनेश गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले
ACB को कांग्रेस मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. एसीबी ने सरकार से कार्रवाई की इजाजत मांगी थी. स्थानीय निकाय आयुक्त से अनुमति मिलने के बाद पति-पत्नी दोनों के खिलाफ एक साथ चालान पेश हो सकता है.
अब तक ऐसे चला घटनाक्रम
4 अगस्त 2023 को एसीबी ने छापा मारा.
5 अगस्त को स्वायत्त शासन विभाग ने मुनेश गुर्जर को मेयर और पार्षद पद से निलंबित कर दिया.
23 अगस्त को मुनेश को कोर्ट से राहत मिली और मुनेश महापौर की कुर्सी पर फिर बैठ गईं.
1 सितंबर को राज्य सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का फैसला वापस ले लिया.
22 सितंबर को फिर निलंबित किया गया था .
26 सितंबर को मुनेश गुर्जर ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी दिसंबर 2023 में फिर मेयर बन गई.
पट्टा जारी करवाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप
ACB ने 4 अगस्त 2023 को नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारा था. मुनेश के पति सुशील गुर्जर को 2 लाख रुपए कि रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सुशील गुर्जर पर आरोप था कि पट्टे जारी करवाने के लिए दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी.
एसीबी ने तीन लोगों को किया था गिरफ्तार
एसीबी ने सुशील के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था. मेयर के घर से तलाशी में एसीबी के पट्टे की फाइल मिली थी. इसके साथ ही 40 लाख रुपए भी मिले थे. नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपए मिले थे.
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