Bikaner Swimming Pool Accident: बीते दिनों राजस्थान की राजधानी जयपुर में तैराकी सीखने गए एक युवक की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई थी. मरने वाला युवक आईआईटीयन इंजीनियर था. वो अमेरिका की एक कंपनी में नौकरी कर रहा था. युवक की मौत से परिवार में मातम का माहौल है. मालूम हो कि इससे पहले 27 जून को जयपुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय के स्विमिंग पूल में डूबने से नीमकाथाना जिले के विकास यादव (21) की मौत हो गई थी. विकास भौतिकी में स्नातकोत्तर की पढाई कर रहा था. वह विश्वविद्यालय के आंबेडकर छात्रावास में रह रहा था. इस घटना के खिलाफ छात्रों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन भी किया था. अब ऐसी ही एक घटना बीकानेर जिले में हुई है. जहां मेडिकल कॉलेज के स्विमिंग पुल में डूबने से एक इंजीनियर की मौत हो गई.
एसपी मेडिकल कॉलेज की स्विमिंग पूल में डूबा इंजीनियर
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बीकानेर संभाग के सबसे बड़े एसपी मेडिकल कॉलेज के तरुण ताल स्विमिंग पूल में डूबने से इंजीनियर कार्तिक मोदी की मौत हो गई. इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. वही आनन-फ़ानन में मृतक को ट्रामा सेंटर लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों ने कोच पर लापरवाही और हत्या का आरोप लगाया
इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गये है. जिसमें सेफ़्टी पॉइंट ऑफ़ व्यू को लेकर सबसे बड़ा सवाल है. मृतक के परिजनों ने कोच पर लापरवाही और हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवा दिया है.
IIT रूड़की से पासआउट था कार्तिक
मृतक के पिता गोपाल लाल मोदी ने बताया कि बेटा आईआईटी रुड़की से पास आउट था. वह पिछले दो महीने से स्विमिंग सीखने जा रहा था. इनका बेटा पिछले 2 महीने से स्विमिंग करने जाता है. लेकिन आज सुबह वक़्त के साथ घर नहीं आया तो कोच को फ़ोन किया गया जिस पर कोच ने घर जाने की बात कही और फिर दुबारा बात करने पर पेट में पानी भरने की बात कही परिजनों में मामला दर्ज करवाकर जांच और न्याय मांग की है.
अमेरिका की कंपनी में नौकरी करता था कार्तिक
इंजीनियर कार्तिक जयनारायण व्यास कॉलोनी का रहने वाला था. युवक के पिता टीचर गोपाल लाल मोदी ने बताया कार्तिक मोदी अमेरिका की कंपनी में नौकरी करता था. कार्तिक की मौत से परिवार में मातम पसरा है.
पहले भी दो युवकों की डूबने से हुई है मौत
यह भी जानकारी सामने आई कि इसी स्विमिंग पूल में डूबने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी 2017 में इसी स्विमिंग पूल में डूबने से अंकित नामक एक युवक की मौत हुई थी. उससे 5 साल पहले भी इसी पूल में एक युवक की डूबने से मौत हो हुई थी. लेकिन ठेके पर चल रहे मेडिकल कॉलेज के इस स्विमिंग पूल की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ.
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