
Rajasthan News: राजस्थान में जैसलमेर के बासनपीर गांव में रियासतकालीन वीरों रामचंद्र जी सोढ़ा और हदूद जी पालीवाल की याद में बन रही छतरियों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. यह मामला अब सामाजिक तनाव से आगे बढ़कर राजनीतिक रंग ले चुका है. जिसमें निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी और कांग्रेस नेता हरीश चौधरी एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं.
वहीं अब भाटी ने चौधरी पर राजनीतिक रोटियां सेकने और अल्पसंख्यक समुदाय की लीडरशिप को खत्म करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ लोग सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
छतरियों से शुरू हुआ विवाद
बासनपीर गांव में छतरी निर्माण को लेकर कुछ लोगों के बीच तनाव पैदा हुआ. इस दौरान पथराव की घटना ने मामले को और गंभीर कर दिया. जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धारा 163 लागू कर दी है. इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच तनाव बढ़ा दिया और अब यह राजनीतिक मंच पर चर्चा का केंद्र बन गया है.
रविंद्र सिंह भाटी का हरीश चौधरी पर हमला
शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने बासनपीर मामले में कांग्रेस नेता और बायतु विधायक हरीश चौधरी पर जमकर निशाना साधा. भाटी ने हरीश चौधरी का बिना नाम लिए हुए कहा कि वह अल्पसंख्यक के भोले लोगों का यूज कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा मैं अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि आप अपने असली दुश्मन को पहचानो, कौन आपके साथ कुठाराघात कर रहा है, कौन आपकी पॉलीटिकल लीडरशिप को खत्म कर रहा है इस पर विचार करें. साथ ही उन्होंने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर में सदियों से प्रेम और भाईचारा रहा है और आगे भी बना रहे.
चौधरी का पलटवार और सर्व धर्म प्रार्थना सभा
वहीं दूसरी ओर हरीश चौधरी ने इस मामले में बीजेपी पर सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने थार की आपसी एकता और भाईचारे को बनाए रखने के लिए 19 जुलाई को बासनपीर में गांधी रामधुन और सर्व धर्म प्रार्थना सभा आयोजित करने की घोषणा की है.
चौधरी ने लोगों से इस सभा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आह्वान किया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह आयोजन शांति और एकता का संदेश देगा.
बीजेपी और भाटी का धरना
विवाद के बाद बीजेपी नेताओं ने छतरी निर्माण के समर्थन में बासनपीर पहुंचकर प्रदर्शन किया. हजारों की संख्या में लोग इस आह्वान पर जुटे. अगले दिन रविंद्र सिंह भाटी भी अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और धरने पर बैठे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेताओं का साथ दिया. इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में सियासी माहौल को और गर्म कर दिया.
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