
Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर जिले में शहीद जयसिंह भाटी का 29वां बलिदान दिवस पर गुरुवार को भाटी की आदमकद मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है. नगर परिषद जैसलमेर द्वारा शहीद की स्मृति को चिरस्थाई रखने के लिये जैसलमेर नगर के यूनियन चौराहे का नामकरण "शहीद जय सिंह भाटी चौराहा" कर वहां भव्य स्मारक का निर्माण करवाया गया है.
1976 में सेना में हुए थे शामिल
जैसलमेर के देवड़ा गांव के ठाकुर चंदनसिंह के घर जन्मे जयसिंह ने 1 अप्रैल 1967 से सीमा सुरक्षा बल में अपनी सेवाएं देना शुरू किया और जयसिंह जी ब्रांच में रहे. उस समय डकैतों घुसपैठियों तस्करों में भाटी का नाम एक खौफ था.
27 मार्च 1996 को कश्मीर के सोपोर कस्बे में आतंकवादियों से लड़ते हुए जयसिंह शहीद हुए थे. 27 मार्च को उन्हें उग्रवादियों के ठिकाने की सूचना मिली. जिस पर उन्होंने अपने साथियों के साथ संबंधित मकान की घेराव कर लिया.
राष्ट्रपति ने पुलिस पदक से किय सम्मानित
इसके बाद AK 47 और हथगोलों से लैस आतंकवादियों ने गलत सूचना भिजवाई की आतंकवादी भाग रहे हैं. जब भाटी जवानों के साथ मकान में प्रवेश कर रहे थे तभी उन पर हमला कर दिया. उग्रवादियों से लोहा लेते हुए भाटी शहीद हुए.
मरणोपरांत तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल द्वारा उनके पुत्र पदमसिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया. बीएसएफ ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सीमा चौकी का नाम 'जय' रखा. वहीं उनकी 42 वीं बटालियन द्वारा गुवाहाटी (असम) की एक सड़क का नाम शहीद जयसिंह के नाम किया गया.
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में BSF DIG योगेंद्रसिंह, विधायक छोटू सिंह भाटी, विधायक महंत प्रतापपूरी, विधायक डॉ. रविंद्र सिंह भाटी, पूर्व MP कर्नल मानवेंद्रसिंह, पूर्व विधायक रूपाराम, पूर्व MP सोनाराम, सीमाजन कल्याण समिति नीमसिंह, सभापति हरिवल्लभ कल्ला, आयुक्त लजपालसिंह सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
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