करीब 15 महीने बीत जाने के बाद भी जालौर में गणपत सिंह हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पाया. पीड़ित परिवार कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने लगातार छठे दिन भी अनशन पर बैठा हुआ है. परिवार का कहना है कि अब उनका प्रशासन से भरोसा भी उठता जा रहा है. न्याय के इंतजार में 80 वर्षीय मां, 2 भाभियां और गणपत सिंह के बड़े भाई अभय सिंह (पार्षद) भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. गिरती सेहत के बाद भी हड़ताल पर बैठी बुजुर्ग मां का कहना है कि जब तक बेटे को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे उठेंगी नहीं. आज (22 नवंबर) सुबह शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी धरनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है. 15 महीने बाद भी परिवार न्याय के लिए भटक रहा है, यह गंभीर स्थिति है. विधायक ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि वे सरकार और प्रशासन स्तर पर बात करके जल्द कार्रवाई करवाने का प्रयास करेंगे.
जोगेश्वर गर्ग और एसपी से वार्ता रही असफल
इससे पहले, शुक्रवार (21 नवंबर) को राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी धरनास्थल पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता की. अधिकारियों ने जल्द प्रगति का आश्वासन दिया, परंतु परिवार अपनी मांगों पर अडिग रहा. इसके बाद भी आज धरना जारी है.
प्रशासन के हाथ अब भी खाली
बीते 6 दिनों से चल रही भूख हड़ताल के बीच कानून-व्यवस्था भी सवालों के घेरे में हैं. वहीं, पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि परिवार के सदस्यों लगातार मामले का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं. परिजनों की मांग है कि हत्याकांड का जल्द खुलासा किया जाए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए. साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय और सुरक्षा देने की मांग भी की गई है.
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