Rajasthan News: भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) के लाभ की मांग को लेकर बुधवार से महापड़ाव शुरू हो गया है. जाट समाज के लोगों ने गांव जयचोली में धीरे-धीरे पहुंचना शुरू कर दिया है. आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा है कि 22 जनवरी तक गांधीवादी तरीके से यह आंदोलन चलेगा. अगर सरकार की तरफ से कोई व्यक्ति बात करने नहीं पहुंचेगा तो फिर दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर बैठकर आंदोलन किया जाएगा.
जाट समाज के इस महाप्रड़ाव को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है. प्रशासनिक अधिकारी भी गांव का दौरा कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, भरतपुर और धौलपुर के जाटों को राज्य में तो आरक्षण दे रखा है, जबकि केंद्र में नहीं है, और यह सन 1998 से आरक्षण की मांग करते आ रहे हैं. 2013 में मनमोहन सिंह की सरकार ने 9 राज्यों सहित भरतपुर और धौलपुर के जाटों को आरक्षण दिया था, लेकिन 2015 में भाजपा की सरकार बनती ही सुप्रीम कोर्ट की सहयोग से आरक्षण खत्म कर दिया. राजस्थान में 2017 में वसुंधरा सरकार ने आरक्षण दे दिया लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक इन्हें आरक्षण नहीं दिया है. इसी की मांग को लेकर के यह है आंदोलन कर रहे हैं.
मंगलवार शाम को आरक्षण संघर्ष समिति के 21 लोगो के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से वार्ता की थी, लेकिन वार्ता सकारात्मक नहीं रही. जिला प्रशासन ने आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारी से यह आंदोलन स्थगित करने की मांग की. लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं होने की वजह से इन लोगों ने बुधवार के दिन महा पड़ाव डालना शुरू कर दिया. जैसे-जैसे दिन बीत रहा है वैसे-वैसे भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज के लोग पहुंच रहे हैं. जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस मामले पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं.
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