
भारत में खेती अब सिर्फ परंपरागत तरीकों तक सीमित नहीं रही, बल्कि तकनीक के सहयोग से यह पहले से कहीं ज्यादा उन्नत हो रही है. छोटे और मध्यम किसानों के लिए सही जानकारी की कमी, बाजार के उतार-चढ़ाव और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं हमेशा से एक चुनौती रही हैं. इन्हीं समस्याओं को हल करने के लिए भारत के युवा उद्यमी सौरव कुमार ने KhetEase नामक एक AI-पावर्ड कृषि प्लेटफॉर्म विकसित किया, जो किसानों को खेती के हर चरण में सहायता प्रदान करता है.
KhetEase से किसानों को मिल रही डिजिटल खेती की सुविधा
आज के दौर में सटीक जानकारी और डेटा आधारित निर्णय खेती में क्रांति ला सकते हैं. KhetEase किसानों को उनके खेतों की उपज बढ़ाने और सही समय पर फसल बेचने में मदद करता है. यह ऐप किसानों को मंडी भाव, फसल की कीमत की भविष्यवाणी, उर्वरक और बीज की सिफारिशें, मिट्टी की गुणवत्ता की जांच, और मौसम पूर्वानुमान जैसी सुविधाएं प्रदान करता है.
25,000+ किसानों का भरोसा और बढ़ती लोकप्रियता
KhetEase अब तक 25,000 से अधिक किसानों द्वारा इस्तेमाल किया जा चुका है और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. किसानों का कहना है कि इस ऐप के जरिए उन्हें न सिर्फ बेहतर कृषि तकनीकों की जानकारी मिल रही है, बल्कि सही समय पर फैसले लेने में भी मदद मिल रही है. यह ऐप AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके किसानों को उनकी फसल से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराता है, जिससे खेती अधिक लाभदायक बन रही है.
सरकारी योजनाओं और सब्सिडी की जानकारी अब एक क्लिक पर
कई बार किसान सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ नहीं उठा पाते, क्योंकि उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती. KhetEase ने इस समस्या का समाधान निकाला है. यह ऐप किसानों को कृषि लोन, फसल बीमा, सब्सिडी और अन्य सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे आसानी से इनका लाभ उठा सकते हैं और अपनी खेती को अधिक सुरक्षित बना सकते हैं.
खेती को स्मार्ट और आधुनिक बनाने की ओर एक बड़ा कदम
सौरव कुमार का यह इनोवेटिव स्टार्टअप छोटे और मध्यम किसानों को तकनीक की मदद से सशक्त बनाने का काम कर रहा है. KhetEase सिर्फ एक ऐप नहीं, बल्कि डिजिटल खेती की दिशा में एक नई पहल है, जो किसानों को सटीक और वैज्ञानिक आधार पर निर्णय लेने में मदद करता है.