
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा शहर में एक अनोखा चमत्कार देखने को मिला. जहां दस साल की मासूम मोनिका अपने घर में पोंछा लगाते समय बिजली के करंट की चपेट में आ गई. उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि उसकी ईसीजी जीरो हो गई थी और नब्ज थम चुकी थी. इसके बाद परिवार वाले डर गए, लेकिन कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने हार नहीं मानी. उनके इसी हौसले मेहनत और जज्बे ने मोनिका को नया जीवन दे दिया.
डॉक्टर्स की मेहनत ने रचा चमत्कार
परिजनों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोग मोनिका को कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज लेकर दौड़े. वहां डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने बिना देर किए इलाज शुरू किया. बच्ची की सांसें रुकी थीं, लेकिन डॉक्टर्स ने लगातार सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर उसकी जान बचाने की कोशिश की. घंटों की मेहनत के बाद आखिरकार मोनिका की सांसें लौट आईं. यह नजारा देखकर परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े.
अस्पताल में चल रहा इलाज
मोनिका का घर कोटा के प्रेम नगर सेकंड में है. हादसे के बाद उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे संभाला. अब मोनिका खतरे से बाहर है और उसका इलाज चल रहा है. परिजनों ने डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ का दिल से शुक्रिया अदा किया.
डॉक्टर्स को मिला धरती के भगवान का दर्जा
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि डॉक्टर्स सही मायनों में धरती के भगवान हैं. उनकी मेहनत, लगन और त्वरित कार्रवाई ने एक मासूम की जिंदगी बचा ली. कोटा के इस चमत्कार की हर तरफ चर्चा हो रही है.
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