Kota Shiv Baraat: महाशिवरात्रि के मौके पर शुक्रवार को कोटा में निकाली जा रही एक शिव बारात हादसे की शिकार हो गई थी. शिव बारात निकाल रहे 16 बच्चे और दो अन्य लोग करंट की चपेट में आकर झुलस गए थे. अब इस हादसे की विभागीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने करंट की चपेट में आने से झुलसे बच्चों से एमबीएस हॉस्पिटल में पहुंचकर मुलाकात की. साथ ही घटना की विभागीय जांच के निर्देश दिए. बताया गया कि इस हादसे की जांच के लिए जिला मजिस्ट्रेट ने जांच समिति का गठन कर दिया है.
ऊर्जा मंत्री ने दिए विभागीय जांच के निर्देश
दरअसल राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा के सकतपुरा में करंट की चपेट में आने से बच्चों के झुलसने के मामले की विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं.घटना की जानकारी मिलते ही नागर कोटा के एमबीएस अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती बच्चों एवं उनके परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को बच्चों के बेहतर उपचार एवं देखभाल के निर्देश दिए. उल्लेखनीय है कि यहां शिवरात्रि पर बारात निकाल रहे थे. इसी दौरान उनके हाथों में लिए झंड़ों के बिजली के तारों के संपर्क में आने से यह हादसा हो गया.
जिला कलेक्टर ने गठित की जांच कमेटी
जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ रविंद्र गोस्वामी ने करंट की चपेट में आने से झुलसे बच्चों के संबंध में प्रशासनिक जांच करने हेतु उपखंड मजिस्ट्रेट कोटा की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया है.उपखंड मजिस्ट्रेट मनीषा तिवारी जांच दल की अध्यक्ष, जयपुर विद्युत प्रसारण निगम के अधिशासी अभियंता ललित चित्तौड़ा एवं आशीष जौहरी सदस्य हैं. उधर,संभागीय मुख्य अभियंता जयपुर डिस्कॉम जीएस बैरवा के निर्देश पर उक्त दुर्घटना की सूचना पर अधीक्षण अभियंता कोटा वृत्त को मौका निरीक्षण करने हेतु आदेशित किया.
सीएम ने घायलों को हर संभव मदद के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे के घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन को उचित निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने बताया कि कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सगतपुरा इलाके में 10 से 16 साल के बच्चे कम ऊंचाई वाले ‘हाई टेंशन' तार की चपेट में आ गये. उन्होंने बताया कि एक बच्चा 100 फीसदी तक झुलस गया जबकि चार अन्य बच्चे 40 से 50 फीसद तक झुलस गये.
अधिकारी ने बताया कि सभी घायलों को आनन-फानन में कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया. कोटा शहर की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने बताया कि घटना शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब साढ़े ग्यारह बजे से 12 बजे के बीच उस समय हुई, जब शिव बारात कालीबस्ती से गुजर रही थी.
22 फुट लंबी लोहे की छड़ से उतरा था करंट
उन्होंने बताया कि यात्रा में शामिल एक लड़के ने 22 फुट लंबी लोहे की छड़ पकड़ रखी थी जो ऊपर से गुजर रहे ‘हाई-टेंशन' तार के संपर्क में आ गयी. छड़ के ऊपर एक झंडा भी लगा हुआ था. उन्होंने बताया कि जिस बच्चे ने झंडा पकड़ा हुआ था, वह 100 फीसदी तक झुलस गया. वहीं उस बच्चे को बचाने का प्रयास करने वाले अन्य बच्चे भी झुलस गये.
पांच बच्चों को जयपुर किया गया रेफर
एमबीएस के अधीक्षक डॉ. धर्मराज मीणा ने कहा कि कम से कम 16 बच्चे तथा 28 वर्षीय एक पुरुष एवं 38 वर्षीय एक महिला को अस्पताल में आपात एवं बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया. उन्होंने कहा कि उनमें पांच बच्चों को कोटा में प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाया गया जबकि 13 अन्य का एमबीएस अस्पताल में इलाज चल रहा है.
कोटा सांसद ओम बिरला भी पहुंचे हॉस्पिटल
लोकसभा अध्यक्ष एवं कोटा-बूंदी के सांसद ओम बिरला अन्य के साथ एमबीएस अस्पताल गये और घायल बच्चों के इलाज का निरीक्षण किया. वहीं मुख्यमंत्री शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने हादसे पर दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन को उचित निर्देश दिए गए हैं.
यह भी पढ़ें - Kota Shiv Baraat: कोटा में शिव बारात के दौरान बड़ा हादसा, 14 बच्चे करंट की चपेट में आए