BLO Suicide in Rajasthan: कोटपूतली में बीएलओ के एक ओर आत्महत्या का मामला सामने आया है. बीएलओ विजय गुर्जर ने देर रात नीम के पेड़ पर फंदा लगा लिया. जैसे ही विजय को फंटे पर लटका पाया, परिजन उसे नजदीकी जिला अस्पताल ले गए. तब तक काफी देर हो चुकी थी और चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक के परिजनों ने SDM पर प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि विजय को परेशान किया जा रहा था, जिसके चलते उसने काम के दबाव में आत्महत्या की. विजय का एक 17 साल का लड़का और 15 साल की लड़की है. मौत की सूचना मिलने के बाद हॉस्पिटल में SDM रामवतार मीणा, तहसीलदार रामधन गुर्जर समेत पुलिस अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है.
काफी दिनों से डिप्रेशन में था बीएलओ
परिजनों का दावा है कि विजय काफी दिनों से परेशान था. काम के चलते वह डिप्रेशन में था. देर रात तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने तलाश शुरू की. इस दौरान विजय के परिवार के सदस्य घर से ही कुछ दूर नीम के पेड़ के पास पहुंचे तो यहां उसका शव लटका हुआ मिला. उनके चाचा बुधराम गुर्जर ने बताया कि उनसे कल देर शाम में करीब 5 बजे बात हुई थी. वो काफी डिप्रेशन में था.
मृतक के चाचा के मुताबिक, उसका कहना था कि 200 नाम पेंडिंग चल रहे हैं. 30 फीसदी से अधिक आबादी पलायन कर चुकी है, जिसके कारण मतदाताओं की तलाश करना कठिन हो गया था. यह स्थिति बार-बार काम का दबाव बढ़ा रही थी. परिवार का आरोप है कि एसडीएम की ओर से पहले भी धमकाया गया था. जिसके चलते वह तनाव में रहते थे और उन्हें बीपी की समस्या तक हो गई थी.
एसडीएम ने आरोपों का किया खंडन
दूसरी ओर, एसडीएम रामवतार मीणा ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया. उनका कहना है कि प्रशासन लगातार बीएलओ की काउंसलिंग और मदद कर रहा था. अन्य स्टाफ को भी मदद के लिए लगाया गया था. उन्होंने कहा कि विजय का काम 4 दिसंबर को ही पूरा हो गया था और उनके ऊपर किसी भी तरह का दबाव या नोटिस नहीं दिया गया. मामला संवेदनशील है और जांच जारी है.
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