Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव का मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद कांग्रेस ने पार्टी के वैसे नेताओं पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है, जिन्होंने चुनाव प्रचार में पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर काम किया था. इस कार्रवाई की जद में सबसे पहले पश्चिमी राजस्थान के कांग्रेस के बड़े नेता, पूर्व विधायक और मंत्री अमीन खान (Amin Khan) आए हैं. अमीन खान को कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. अमीन खान के साथ-साथ कांग्रेस ने जालौर के कांग्रेस नेता बालेंदु सिंह शेखावत (Balendu Singh Shekhawat) को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. बालेंदु प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव हैं.
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने निकाला पार्टी से बाहर
अमीन खान और बालेंदु सिंह शेखावत को कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित करने की चिट्ठी जारी कर दी गई है. कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के हस्ताक्षर से जारी हुई चिट्ठी पर दोनों नेताओं को पार्टी ने निष्कासित करने का फरमान सुनाया गया है.
शिव में भाटी के हाथों अमीन को मिली थी हार
मालूम हो कि अमीन खान बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से पिछली बार चुनावी मैदान में थे. लेकिन उन्हें वहां हार का सामना करना पड़ा था. अमीन खान को हराकर रविंद्र भाटी शिव से निर्दलीय विधायक चुने गए थे. विधानसभा में मिली हार के बाद अमीन सक्रिय राजनीति से दूर से हो गए थे.
चुनाव प्रचार छोड़ हज करने गए थे अमीन खान
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद भी वो अपने क्षेत्र में सक्रिय नहीं थे. पार्टी ने उन्हें जो काम दिया उससे भी वो दूरी बनाते नजर आ रहे थे. चुनाव प्रचार अभियान के बीच वो हज की यात्रा पर चले गए थे. इसके साथ-साथ प्रचार अभियान के दौरान ही उन्होंने कांग्रेस पर मुसलमान कौम को तवज्जो नहीं देने का आरोप लगा रहे थे.
सामने से हो रही इन सब घटनाओं के साथ-साथ अमीन खान बाड़मेर लोकसभा सीट के निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र भाटी के समर्थन में थे. बाड़मेर में बीते कुछ दिनों से कई ऐसी चीजें हो रही थी, जो भाटी को अमीन का समर्थन मिलने का संकेत कर रहे थे. ऐसे में अब अमीन पर पार्टी ने बड़ी कार्रवाई कर दी है.
बालेंदु सिंह शेखावत पर क्यों गिरी गाज
दूसरी ओर जालौर कांग्रेस कमेटी और जालौर के कांग्रेस प्रत्याशी की शिकायत पर पूर्व प्रदेश सचिव बालेंदु सिंह शेखावत को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. जालौर सिरोही लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनावी मैदान में थे. वैभव के साथ-साथ जालौर कांग्रेस कमेटी ने भी बालेंदू की शिकायत की थी. जिसपर उन्हें भी 6 साल के लिए पार्टी ने निष्कासित कर दिया गया है. बालेंदु जालौर से कांग्रेस की ओर से टिकट मांग रहे थे. लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था.
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