
Rajasthan News: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद से सियासत जारी है. धनखड़ के इस्तीफे को अशोक गहलोत ने संवैधानिक व्यवस्था के लिए गंभीर, बल्कि राजस्थान के लिए बहुत ही चौंकाने वाला बताया है. धनखड़ के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद अब राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अशोक गहलोत पर पलटवार किया और कहा कि अशोक गहलोत जगदीप धनखड़ जी के डॉक्टर नहीं हैं.
'राजनीति करना शोभा नहीं देता'
मदन राठौड़ ने कहा कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है और यह बात स्पष्ट है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "अशोक गहलोत क्या धनखड़ जी के डॉक्टर हैं. जब कोई सार्वजनिक व्यक्ति बीमारी के कारण जिम्मेदारी से हटता है, तो उस पर राजनीति करना शोभा नहीं देता."
करंट से कावड़ियों की मौत
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने आगे कहा कि पूरा देश जानता है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ जी कुछ दिन पूर्व अस्वस्थ हुए थे, पर जैसे ही स्वास्थ्य में सुधार हुआ फिर से राजनीतिक सक्रिय दिखाई देंगे.ऐसे में उनके इस्तीफे को लेकर राजनीति करना सरासर अनुचित है. मदन राठौड़ ने इस दौरान कांवड़ियों की करंट लगने से मौत पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि करंट लगने से कांवड़ियों की मौत से दुखी हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.
अशोक गहलोत ने क्या कहा?
बता दें कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने कुछ दिन पहले जोधपुर में कहा था कि लोकसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति दोनों ही दबाव में काम कर रहे हैं. आज ये बात सामने आ गई है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस की ओर से सत्ता के शीर्ष संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों पर अनुचित दबाव डाला जा रहा है, जिसका परिणाम यह इस्तीफा है.
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