अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. 22 जनवरी को होने वाले इस प्राण प्रतिष्ठा में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भव्य आयोजन के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा सामारोह में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से लोग पहुंच रहे हैं और अपना योगदान दे रहे हैं.
मंत्रोच्चारण करना होगा गौरवशाली पल
बीएचयू बनारस से संस्कृत से पीएचडी कर रहे बांसवाड़ा जिले के मनीष व्यास को रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मंत्रोच्चार करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. जिले के पालोदा गांव के रहने वाले मनीष व्यास मंत्रोच्चारण के अवसर को जीवन का ऐतिहासिक पल मान रहे हैं.
पिता और गुरू से मिले ज्ञान की बदौलत मिला मौका
मनीष बताते हैं, विरासत में पिता और गुरु से मिले ज्ञान की बदौलत पालोदा निवासी मनीष व्यास को ऐसा अवसर मिलेगा. द्वारका के गुरु पंडित कुलदीप व्यास ने ऐसा गुरु ज्ञान दिया कि पंडित मनीष व्यास रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मंत्रोच्चारण करेंगे.
बीएचयू का योगदान अहम
मनीष ने कहा, अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में उन्हें मंत्रोच्चारण करने का निमंत्रण मिला है. इस गौरव को बढ़ाने में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृत विभागाध्यक्ष का भी बहुमूल्य योगदान है, जिसने अपने प्रतिभाशाली छात्र को इसमें शामिल होने का मौका दिया.
बीएचयू संस्कृत विभाग से हुआ चयन
दरअसल, अयोध्या स्थित श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ऐसे प्रतिष्ठित बीएचयू के विद्वान छात्रों को इसमें शामिल करना चाहते थे. जब संस्कृत विभाग से संपर्क किया तो उन्हें छात्रों की एक सूची सौंपी गई, जिसमें मनीष व्यास का नाम भी था. मनीष ने कक्षा 1 से 6 तक की पढ़ाई पालोदा में की, इसके बाद 10 तक की पढ़ाई जीवनपुर मोडासा में हुई. 11वीं और 12वीं की पढ़ाई द्वारका से की.
यह भी पढ़ें- Ayodhya Ram Temple: 392 स्तंभ, 44 दरवाजे और 161 फीट ऊंचाई... अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर की 20 बड़ी विशेषताएं