Rajasthan News: चित्तौड़गढ़ नगर परिषद चैयरमेन और एक महिला का फोटो-वीडियो वायरल होने के मामले में नया मोड़ आ गया है. निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या समेत 3 लोगों पर एक महिला ने कोर्ट में इस्तगासा पेश किया है, जिस पर सदर पुलिस थाना ने 6 धाराओं में मामला दर्ज किया है. अब मामले की जांच सीआईडी सीबी करने वाली है. इस पर नगर परिषद चैयरमेन का कहना है कि वायरल वीडियो एडिट है. वहीं चंद्रभान सिंह ने कहा है कि मेरा इस मामले में कोई लेना देना नहीं हैं. जांच पूरी होने के बाद सच सामने आ जाएगा.
'विधायक ने बंधक बनाकर फोटो निकाले'
दरअसल, वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित महिला ने 16 अक्टूबर को सदर पुलिस थाना में विधायक चंद्रभान सिंह, उनके ऑफिस पर काम करने वाले दिलीप धाकड़ और नगर परिषद में काम करने वाली मोनिका जैन के खिलाफ परिवाद दिया था. सदर पुलिस थाना में दिए गए परिवाद में बताया गया कि पीड़िता नगर परिषद में ठेकेदार के जरिए संविदा कार्मिक पर काम करती थी. इसी दौरान मोनिका जैन से उसकी मुलाकात हुई. पीड़िता के पति एक कम्पनी में सब कांट्रेक्टर के तहत एक ठेका लिया, जिसके भुगतान की मदद के लिए विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के पास पीड़िता व उसके पति गए थे. विधायक व उनके ऑफिस पर काम करने वाले दिलीप धाकड़ और मोनिका जैन ने पीड़िता और उसके पति को बंधक बनाकर रखा और उनके मोबाइल से फोटो वीडियो निकाल लिए. पीड़िता महिला के चेयरमैन से पारिवारिक संबंध थे, जिसके कारण उन दोनों का साथ में फोटो था.
कोर्ट के आदेश पर इन धाराओं में मामला दर्ज
पीड़िता का परिवाद दर्ज होने के बाद पुलिस ने बयान देने के लिए महिला को पुलिस थाना बुलाया, लेकिन महिला नहीं पहुंची और कोर्ट में जाकर विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, दिलीप धाकड़ और मोनिका जैन के विरुद्ध इस्तगासा पेश किया. जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर विधायक समेत 3 लोगों पर मामला दर्ज किया गया. सदर थाना पुलिस के अनुसार, सीजेएम कोर्ट चित्तौड़गढ़ से प्राप्त इस्तगासा पर चंद्र भानसिंह आक्या, दिलीप धाकड़ व मोनिका जैन के खिलाफ नए कानून की धारा 303(2), 127 (2), 75 (2), 351 (2), आईटी एक्ट की धारा 66 ई व 67 में केस दर्ज किया. अब दर्ज एफआईआर सीआईडी सीबी जयपुर को भेजी जाएगी.
'हमारे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया'इस मामले में नगर परिषद चैयरमेन ने कहा कि उनकी इमेज को हानि पहुंचे, इसके लेकर राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया. चैयरमेन और महिला ने वायरल वीडियो को पूरी तरह से फेक बताया है. विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि उनके ऑफिस पर जनसुनवाई की जाती है. इस दौरान यह महिला मदद के लिए आई थी. इससे ज्यादा मुझे कुछ भी पता नहीं है. जांच के बाद दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.
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