Rajasthan News: हनुमानगढ़ जंक्शन बस स्टैंड में बने आधुनिक शौचालय में गुरुवार सुबह एक महिला को नवजात बच्ची पड़ी मिली. उसने तुरंत वहां के एक सफाई कर्मचारी को आवाज लगाकर बुलाया और बच्ची के बारे में बताया. बच्ची के सिर पर खून लगा हुआ था. प्रतीत हो रहा था कि इसका जन्म अभी ही हुआ है. इसके बाद उक्त महिला ने घटना की सूचना जंक्शन पुलिस को दी. फिर हेड कांस्टेबल लायक सिंह ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है.
'मैं बच्ची की मां बनने के लिए तैयार'
इस नवजात बच्ची को जैसे ही सफाई कर्मी ने देखा तो उसने बस स्टैंड के पास रहने वाली एक महिला राजेश को मदद के लिए बुलाया. नवजात का पता लगाते ही महिला राजेश अपने घर से साफ कपड़ा लेकर आई और नवजात बच्ची को उसमें लपेटा और जिसके बाद पुलिस के पहुंचने के बाद महिला बच्ची के साथ ही जिला अस्पताल भी पहुंची और शिशु वार्ड में भर्ती करवाया, जहां बच्ची का इलाज अभी जारी है. इस ह्रदय विदारक घटना में जहां एक निर्दयी कठोर दिल की मां ने नवजात को जन्म देते ही खुद से अलग कर, मरने के लिए छोड़ दिया. वहीं जिस महिला ने नवजात बच्ची को जन्म के बाद पहला कपड़ा दिया वो अब उसकी मां बनकर उसे पालना चाहती है अपना नाम देना चाहती है. लेकिन सरकारी सिस्टम में ऐसी कोई गुंजाइश नहीं है.
बस स्टैंड पर लगे CCTV खंगालेगी पुलिस
महिला राजेश का कहना है कि जन्म देने वाली मां ने तो इस मासूम को छोड़ दिया, लेकिन मैं इसकी मां बन कर इस बच्ची को अपनाना चाहती हूं. वह बार-बार यही रिक्वेस्ट कर रही है कि यह बच्ची उसे दी जाए. लेकिन सरकारी सिस्टम में अब ऐसा कोई प्रावधान नजर नहीं आ रहा, जिससे इस बच्ची को अस्पताल तक पहुंचाने वाली और जीवन भर के लिए मां बनने को आतुर महिला की गोद जीवन भर के लिए नसीब हो सके. इस मामले में हवलदार लायक सिंह का कहना है कि मामले की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे और देखा तो जंक्शन बस स्टैंड में बने आधुनिक शौचालय में एक नवजात बच्ची थी. उसे वह हनुमानगढ़ टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय लेकर आए और उसे भर्ती करवाया गया. अब पुलिस आस पास के सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी ताकि बच्ची को जन्म देने वाली मां का पता लगाया जा सके.
ये भी पढ़ें:- रेगिस्तान में सबसे बड़ा युद्धाभ्यास, करतब दिखा रहे लड़ाकू विमान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद