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This Article is From Feb 10, 2024

Nagaur Homosexual Case: CM भजनलाल से मिला पीड़ित परिवार, मुख्यमंत्री ने SP से दो दिन में मांगी रिपोर्ट, दी यह हिदायत

Nagaur Homosexual Case: राजस्थान के नागौर जिले से चर्चित होमोसेक्सुअल केस के पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की है. पीड़ित परिवार ने सीएम को पूरा घटनाक्रम बताते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए. जिसके बाद सीएम ने एसपी से दो दिन में मामले की रिपोर्ट मांगते हुए पुलिस को कार्यशैली सुधारने की हिदायत दी.

Nagaur Homosexual Case: CM भजनलाल से मिला पीड़ित परिवार, मुख्यमंत्री ने SP से दो दिन में मांगी रिपोर्ट, दी यह हिदायत
सीएम भजनलाल शर्मा ने मुलाकात करते नागौर होमोसेक्सुअल मामले के मृतक के परिजन.

Nagaur Homosexual Case: राजस्थान का नागौर जिला बीती कुछ दिनों से होमोसेक्सुअल मामले को लेकर सुर्खियों में बना है. यहां यश नामक एक युवक के लापता होने के बाद इस मामले का भंडाफोड़ हुआ. जिसके बाद इस पूरे गिरोह की सच्चाई जान लोग भी हैरान रह गए. इस मामले में अभी तक पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि नागौर शहर में एक होमोसेक्सुअल गिरोह संचालित हो रहा था. इस गिरोह के लोग नाबालिग लड़कों को अपने झांसे में लेकर उनके साथ समलैंगिक संबंध बनाते थे. यश हत्याकांड का मुख्य आरोपी बबलू घोसी उर्फ रसूल मोहम्मद भी समलैंगिक यानी होमो सेक्सुअल का आदी था और इसी आदत के चलते उसने कई किशोरों को अपने झांसे में ले लिया था. छात्र यश को भी वह अपना शिकार बनाना चाहता था, मगर जब यश ने इंकार कर दिया तो बबलू ने उसे मौत के घाट उतार दिया.

मुख्यमंत्री से मुलाकात कर पीड़ित परिवार ने बताई व्यथा

अब इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने एसपी से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और मामले की निष्पक्ष जांच कर दो दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.  दरअसल गांव चलो अभियान के तहत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दो दिवसीय नागौर दौरे पर थे. इसी दौरान जब वे भाजपा कार्यालय में मीटिंग ले रहे थे, तब मृतक छात्र यश के पिता पुखराज उनसे मिलने पहुंचे. इस दौरान छात्र के पिता ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताई और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए.

सीसीटीवी फुटेज देने के बाद भी पुलिस ने नहीं दिखाई तत्परता

यश ने पिता ने कहा कि उनका बेटा 14 दिनों तक लापता रहा, लेकिन पुलिस ने पूरी तरह से लापरवाही और ढिलाई बरती. यहां तक की सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य भी उन्होंने अपने स्तर पर जुटाकर पुलिस को उपलब्ध करवाएं और पुलिस से मांग की कि उनके बेटे को जल्द से जल्द ढूंढा जाए. लेकिन पुलिस ने ना तो उनके बेटे की तलाश की, ना ही कोई गंभीरता दिखाई. उल्टे जब भी वे अपने बेटे की तलाश की मांग करते तो पुलिसकर्मी उन्हें डांट डपटकर भगा देते.

सीएम ने एसपी से ली पूरा जानकारी, मांगी रिपोर्ट

इसे मुख्यमंत्री ने गंभीर माना और तत्काल संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने मौके पर ही एसपी नारायण टोगस को बुलाया और मामले की पूरी जानकारी हासिल की. साथ ही एसपी को पुलिस की कार्यशैली में सुधार करने और पीड़ितों से सही व्यवहार करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि सभी पुलिसकर्मी पीड़ितों के साथ शालीनता से पेश आएं और उनकी समस्या पर तत्काल संज्ञान ले. साथ ही उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष और तेज गति से जांच कर दो दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.

क्या है नागौर होमोसेक्सुअल गैंग की कहानी

इस मामले में जब पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो सामने आया कि नागौर में एक होमो सेक्सुअल गैंग एक्टिव है, जो 40 बच्चों को अपना शिकार बना चुकी है। इस गिरोह के लोग बच्चों को अश्लील वीडियो व फोटो भेज कर उन्हें बरगलाते थे और समलैंगिक संबंध बनाने को मजबूर करते थे. पुलिस को एक व्हाट्सएप ग्रुप की चैट भी मिली है. पुलिस के मुताबिक बबलू उर्फ रसूल मोहम्मद और उसके साथी इस व्हाट्स ऐप के माध्यम से अश्लील वीडियो और फोटो एक दूसरे को फॉरवर्ड करते थे, ताकि टीन एज के युवाओं को अपने झांसे में लिया जाकर समलैंगिक संबंध बनाए जा सके.

पुलिस की जांच जब आगे बढ़ी तो सामने आया कि नागौर में एक समलैंगिक गिरोह सक्रिय है. आरोपी बबलू उर्फ रसूल मोहम्मद ने समलैंगिक आदत वाले कुछ लोगों को अपने साथ इस गिरोह से जोड़ रखा था और उनके साथ मिलकर वह होमोसेक्सुअल की अपनी हरकतों को अंजाम देता था. 

इन 6 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार

इसी दौरान एक और छात्र सामने आया, जिसने इस गैंग के खिलाफ नागौर कोतवाली थाने में होमो सेक्सुअल का मामला दर्ज करवाया, जिस पर पुलिस तत्काल एक्शन में आई और होमोसेक्सुअल ग्रुप में लिप्त 6 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम महेंद्र, खुशाल, मनोहरलाल, निखिल, इमरतलाल और सुनील हैं. यह सभी आरोपी होमोसेक्सुअल ग्रुप से जुड़े हुए थे, जिन पर पोक्सो एक्ट की धाराऐं दर्ज की गई है.

गौरतलब है कि छात्र यश 11 वीं कक्षा का छात्र था, जो 19 जनवरी को बाईक से अपनी स्कूल के लिए निकला था, लेकिन स्कूल पहुंचा ही नहीं. बाद में मामले का खुलासा तब हुआ जब यश का शव बरामद किया गया. इस मामले में मुख्य आरोपी बबलू घोसी उर्फ रसूल मोहम्मद ने समलैंगिक संबंध नहीं बनाने पर छात्र यश की हत्या कर दी थी और उसके शव को बोरे में बंद कर गोबर के ढेर के नीचे छुपा दिया था.

यह भी पढ़ें - नागौर होमोसेक्सुअल मामले की पूरी कहानी, आरोपी ने कैसे 40 बच्चों को बनाया शिकार, ऐसे फैलाता था जाल

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