Rajasthan News: राजस्थान के टोंक जिले में पीपलू उपखंड के बलखंडिया गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां मासी बांध की जोधपुरिया नहर के किनारे दो युवकों रामनारायण बलाई और हरलाल बलाई की बिजली के तारों से करंट लगने से मौत हो गई. यह घटना गांववालों के लिए सदमा बन गई और अब लोग बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.
जानें कैसे हुआ हादसा
सुबह के समय नहर के पास घूमते हुए दोनों युवक उस जगह पहुंचे जहां बिजली का तार टूटकर गिरा हुआ था. तार में करंट बह रहा था जिससे दोनों की मौके पर ही जान चली गई. ग्रामीणों का कहना है कि तार पहले से ही जर्जर हालत में था लेकिन विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया.
जैसे ही हादसे की खबर फैली गांव में हड़कंप मच गया. लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और दोनों के शव देखकर स्तब्ध रह गए. रामनारायण और हरलाल दोनों ही मेहनती युवक थे जो अपने परिवार का सहारा थे. इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया और अब हर तरफ मातम का माहौल है.
ग्रामीणों का गुस्सा फूटा
मृतकों के परिवार और गांववाले सदमे से उबरते ही आक्रोश में आ गए. उन्होंने घटना स्थल पर ही शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. बिजली विभाग के खिलाफ नारे लगाते हुए वे सड़क पर बैठ गए. उनकी मुख्य मांग है कि दोनों परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए.
इसके अलावा संविदा पर सरकारी नौकरी और पक्का मकान भी उपलब्ध कराया जाए. ग्रामीणों ने साफ कहा कि अगर ये मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और तेज होगा. वे कहते हैं कि ऐसी लापरवाही बार-बार होती है लेकिन अधिकारी आंखें मूंदे रहते हैं. इस हादसे ने गांव की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
प्रशासन की कोशिशें
हादसे की सूचना मिलते ही पीपलू डीएसपी अरविंद कुमार पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे. वे ग्रामीणों और परिजनों से बातचीत कर रहे हैं और समझाने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारी शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं लेकिन लोग अभी भी गुस्से में हैं. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग से जवाब मांगा है. गांव में तनाव का माहौल है लेकिन अधिकारी हालात पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
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