Peacock Hunting News: टोंक जिले के थळी गांव में बीती रात शिकारियों ने जहरीला दाना डालकर 6 राष्ट्रीय पक्षी मोर को मार डाला. गांव वालों को पता लग जाने के कारण शिकारी मृत और घायल मोरों को अपने साथ नही ले जा सके. इसके बाद ग्रामीणो ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी. जिसके बाद लोग 4 मृत मोरो के साथ ही दो जिंदा घायल मोरो को लेकर छान गांव के पशु चिकित्सालय लेकर पंहुचे लेकिन घायल मोरो को भी नही बचाया जा सका.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय पक्षी मोरो का पोस्टमार्टम करवाया गया, जिसमें मोर को जहर देने की बात निकल कर सामने आई. वन विभाग की ओर से अज्ञात शिकारियों के खिलाफ राष्ट्रीय पक्षी मोरो को जहरीला दाना डालकर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला
टोंक जिले के भरनी से धुआं कलां मार्ग पर स्थित थली गांव में शुक्रवार की रात एक साथ तीन नर मोर व तीन मादिन मोरनी को जहरीला दाना डालकर शिकार करने की घटना सामने आई. जिसमे ग्रामीणों ने जब गांव में चार मृत मोरो के साथ दो घायल अवस्था मे तड़पते मोरो को देखा तो उन्होंने पास ही के गांव के गोरक्षकों के एक दल के श्री आजाद हिंद गौशाला थली के गौ सेवको को इसकी सूचना दी, साथ ही पुलिस को भी सूचित किया.
जिस पर गोरक्षकों की टीम मौके पर पंहुची तो 6 मोर मिले उनमें से 4 मोर की मौत हो चुकी थी और 2 घायल मोर को श्री आजाद हिन्द गौशाला से जुड़े गोसेवकों ने पशु चिकित्सालय पंहुचाया गया, जहां घायल बचे 2 मोर की इलाज के दौरान मौत हो गई. वन विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
मोर के शिकार की यह कोई नई घटना नही
टोंक में अथाह वन क्षेत्र और ग्रामीणों में मोरो के संरक्षण की आस्था के चलते गांवो में हर मंदिर पर भले ही मोर और अन्य पक्षियों के लिए दाना डाला जाता हो पर गर्म मांस के लिए मोर का शिकार सर्दियों में कुछ जातियों के प्राथमिकता पर रहता है. सर्दी के मौसम में मोर के शिकार की घटनाएं टोंक के निवाई, टोडारायसिंह ओर देवली क्षेत्र के साथ टोंक से सटे कई गांवों में देखने को मिली है. ऐसे में एक बार फिर से शिकारियों ने थली गांव में एक साथ 6 राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार की घटना को अंजाम दिया है. इससे पहले कुछ महीने पहले टोडारायसिंह क्षेत्र में एक साथ एक दर्जन मोरो के शिकार की घटना सामने आई थी .
शिकार करने वाले गिरोह पर हो कार्रवाई
टोंक के लाम्बा गांव के रहने वाले ट्री मेन के नाम से पहचाने जाने वाले विष्णु लाम्बा ने मोर के शिकार की लगातार घटनाओ को लेकर कहा है कि 'वन विभाग और पुलिस को ऐसे शिकारियों के गिरोह पर शिकंजा कसना चाहिए, क्यो की टोंक में लगातार गोकशी ओर राष्ट्रीय पक्षी मोरो के शिकार की घटनाएं बढ़ रही हैं. थळी गांव में एक साथ 6 राष्ट्रीय पक्षी मोरो का जहरीला दाना डालकर शिकार किया जाना शिकारियों के बुलन्द होसलो की कहानी को दर्शाता है.'
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