
President Droupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बुधवार (14 फरवरी) को डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम दौरे पर पहुंची. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू विशेष हेलीकॉप्टर से दोपहर के समय डूंगरपुर के बेणेश्वर पर अस्थाई हेलीपेड पर उतरी. इसके बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्म बेणेश्वर धाम स्थित.श्रीराधा कृष्ण मंदिर पहुंची. जहा महंत अच्युतानंद महाराज ने उनका स्वागत किया.
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना की. इसके बाद धाम पर स्थित संत मावजी महाराज के संग्रहालय का भी अवलोकन किया. महंत अच्युतानंद महाराज ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को धाम के इतिहास, महत्व और संत मावजी महाराज के लिखे चोपड़े के बारे में जानकारी दी.
राष्ट्रपति ने 50 करोड़ के चेक वितरित किए
इसके बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने धाम स्थल पर राजिविका मिशन की महिलाओं की ओर से बनाए जा रहे उत्पादों की अलग-अलग प्रदर्शनी का अवलोकन किया. इस दौरान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने महिलाओं से बातचीत की ओर उनकी हस्तकला की तारीफ की. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राजिविक मिशन के लखपति दीदी सम्मेलन में हिस्सा लिया. सम्मेलन में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़ जिले की 10 महिलांए शामिल हुई. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राजीविक मिशन की महिलाओं को 250 करोड़ रुपए के ऋण का वितरण किया. वहीं महिला निधि के तहत 50 करोड़ के चेक वितरित किए गए. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने महिलाओं को अपने हाथो के हुनर से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया.
70 करोड़ महिलाएं घर बैठेंगी तो देश कैसे चलेगा
उन्होंने सवाल किया, देश की 140 करोड़ आबादी में से आधी आबादी यानी 70 करोड़ महिलाएं घर बैठेंगी तो देश कैसे चलेगा, समाज कैसे चलेगा, देश आगे कैसे बढ़ेगा? इसलिए देश को चलाने के लिये, घर परिवार को चलाने के लिये महिला और पुरूष दोनों का सहयोग जरूरी है. देश का आर्थिक, सामाजिक विकास करने के लिये पुरुष और महिला दोनों का ही सहयोग आवश्यक है. राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं में शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देना चाहिए. ऐसा करने से वे देश और विश्व की प्रगति में बराबर की साझेदार बन सकेंगी.
उन्होंने राजस्थान को वीरभूमि बताते हुए कहा की बेणेश्वर धाम हजारों जनजातियों और लोगो के आस्था का पवित्र केंद्र है. उन्होंने कहा की आदिवासी समाज के गौरवपूर्ण इतिहास को हमेशा से ही याद रखा जाएगा. आदिवासी महिलाएं भी आधुनिकता की दौड़ में बदलाव के जरिए आगे बढ़ रही है ये बहुत ही अच्छा प्रयास है. राजस्थान सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रहे है. सरकार के ये प्रयास लगातार होने चाहिए. उन्होंने कहा की भारत तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब देश की हर महिला विकास में भागीदारी निभाएगी. उन्होंने कहा की संविधान में आदिवासी समाज को विशेष अधिकार मिले है. साथ ही आदिवासी समाज का व्यक्ति पर्यावरण को बिना नुकसान पहुचेंगे कम से कम साधनों से कैसे जीवन स्तर को आगे ले जाना है ये बेहतर जानता है. वन धन योजना से आरिवाई समाज का आर्थिक विकास भी हो रहा है. सरकार आदिवासी क्षेत्रों के विकास को लेकर तेजी से काम कर रही है. वही विकसित भारत के निर्माण में आदिवासी समाज की महिलाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है.
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