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This Article is From Nov 15, 2023

Lal Diary: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 'लाल डायरी' के पन्नों पर सीएम गहलोत का बयान, बोले यह षडयंत्र...

कथित लाल डायरी के कुछ पन्नों की तस्वीरों के सवाल पर सीएम गहलोत ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते कहा, ‘वैसे तो पता नहीं कि लाल डायरी और काली डायरी कौन सी है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि यह सब केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंदर रचे गए षड्यंत्र के तहत हुआ है. वहां पर डायरी को ‘लाल डायरी' नाम दिया गया.

Lal Diary: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 'लाल डायरी' के पन्नों पर सीएम गहलोत का बयान, बोले यह षडयंत्र...
अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
जयपुर:

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को आरोप लगाया है कि कथित 'लाल डायरी' का षडयंत्र भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राजस्थान के एक तत्कालीन मंत्री के साथ मिलकर रचा था. इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य राज्य में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनवाना है. 

गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा आरोप लगाते हैं कि इस (लाल) डायरी में गहलोत व अन्य नेताओं के 'अवैध लेनदेन' का ब्यौरा दर्ज है. बता दें, डायरी के कुछ पन्नों की कथित तस्वीर हाल ही में सोशल मीडिया पर आई थी.

कथित लाल डायरी के कुछ पन्नों की तस्वीरों के सवाल पर सीएम गहलोत ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते कहा, ‘वैसे तो पता नहीं कि लाल डायरी और काली डायरी कौन सी है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि यह सब केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंदर रचे गए षड्यंत्र के तहत हुआ है. वहां पर डायरी को ‘लाल डायरी' नाम दिया गया.

बुधवार को कांग्रेस वार रूम से मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री चार दिन बाद सीकर आने वाले थे. उससे पहले उस व्यक्ति का दुरुपयोग किया गया, जो हमारा मंत्री था. उससे बात करके, यह सब भाजपा के नेताओं ने किया, इसमें मंत्री (राजेंद्र गुढ़ा) के साथ में थे.

मुख्यमंत्री ने कहा, इसलिए अगर लाल डायरी की बात करें या कहें कि पन्ने आ रहे हैं जा रहे हैं...तो हम लोगों को उसकी चिंता नहीं है. हमारा एक ही उद्देश्य है कि कांग्रेस की सरकार दोबारा बने. हमने अच्छा काम किया है, अच्छा प्रशासन दिया है, जिससे हमें यकीन है कि आम जनता हमारे कामों पर ठप्पा लगाएगी.

मणिपुर के हालात को लेकर गहलोत ने केंद्र सरकार व पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि देश का एक राज्य जल रहा है,लेकिन इसकी गंभीरता प्रधानमंत्री मोदी व अमित शाह समझ नहीं पा रहे हैं. प्रधानमंत्री एक बार भी मणिपुर नहीं गए, वहां के लिए एक टिप्पणी तक नहीं की, जो टिप्पणी उन्होंने की वह यह थी कि मणिपुर, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के सीएम को चाहिए कि शांति बनाए रखें. उन्होंने कहा, मणिपुर की घटना को ‘‘तवज्जो न देने'' के लिए ऐसा किया गया.

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