
Rajasthan News: राजस्थान के बारां जिले के जलवाड़ा गांव में शुक्रवार को एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया. गांव के तालाब में नहा रही 68 से ज्यादा भैंसों की करंट लगने से मौत हो गई. इस हादसे से पशुपालकों में कोहराम मच गया, जिनके लिए ये जानवर जीविका का एकमात्र साधन थे.
जानें कैसे हुआ हादसा
शुक्रवार सुबह जलवाड़ा गांव के गणेश जी की तलाई में भैंसें नहा रही थीं. अचानक तालाब के पास लगे बिजली के पोल में स्पार्किंग हुई और 11 केवी की विद्युत लाइन से करंट तालाब में फैल गया. देखते ही देखते भैंसें एक-एक कर गिरने लगीं और कुछ ही मिनटों में 68 से ज्यादा की मौत हो गई. स्थानीय पशुपालक सुबोध मीणा ने बताया कि उनकी सारी भैंसें तालाब में थीं. अचानक सभी गिर गईं. उन्हें समझ ही नहीं आया कि यह करंट का कहर था.
पशुपालकों का दर्द
इस हादसे ने पशुपालकों को गहरे सदमे में डाल दिया. उनके लिए भैंसें सिर्फ जानवर नहीं, बल्कि परिवार और आजीविका का आधार थीं. पशुपालकों का कहना है कि इस नुकसान ने उन्हें बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया. उन्होंने प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है.
ग्रामीणों ने किया प्रशासन का रुख
घटना की सूचना मिलते ही बारां जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एसपी राजकुमार चौधरी, एडीएम दिवांशु शर्मा और पशुपालन विभाग के निदेशक हरिवल्लभ मीणा मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी और प्रभावित परिवारों को मुआवजे का आश्वासन दिया. हरिवल्लभ मीणा ने कहा कि बिजली विभाग को नोटिस जारी किया गया है और दोषियों पर कार्रवाई होगी.
गांव में छाया मातम
हादसे के बाद गांव में गुस्सा और मातम छाया है. ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और तुरंत आर्थिक मदद की मांग की. यह घटना न केवल एक त्रासदी है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही पर भी सवाल उठाती है.
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