
Island Peak in Mount Everest of Nepal: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के 3 युवाओं ने नेपाल के माउंड एवरेंस्ट क्षेत्र में आईसलैंड पीक की चोटी पर तिरंगा फहराया. प्रशिक्षण के बाद यह उनका आठवां मिशन है. नेपाल की 20 हजार 305 फीट ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर उन्होंने मिशन पूरा किया. तीनों युवाओं ने तिरंगा फहराकर पहलगाम के आंतकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी. आईटी फर्म मैनेजर हितेन डामोर, ट्रैवल बिजनेस फाउंडर विवेक पंड्या और बैंक मैनेजर कपिल परमार ने यह कीर्तिमान हासिल किया है.
कॉलेज की पढ़ाई के दौरान बढ़ी ट्रेकिंग को बनाया शौक
कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही हिल ट्रेकिंग में उनकी रूचि बढ़ी. इस शौक के चलते उन्होंने उत्तराखंड में पर्वतारोही का प्रशिक्षण भी लिया. इसके बाद से ही वह हर साल पर्वतारोहण के लिए जाते हैं.
केदारनाथ, एवरेस्ट बेस समेत कई ट्रेक की कर चुके हैं चढ़ाई
अब तक ये युवा खीरगंगा, बुरान पास, मलाणा, चंद्रशिला, केदारनाथ, तुंगनाथ, श्रीखंड महादेव, चादर ट्रेक, एवरेस्ट बेस कैंप, काला पत्थर और चंद्रनाहन ट्रेक को पूरा कर चुके हैं. इस बार उन्होंने नेपाल के आईसलेंड पीक के लिए भारत और नेपाल सरकार की पर्वतारोही टीम के साथ सफर शुरू किया. इसके बाद 11 मई, रविवार को नेपाल की खतरनाक और दुर्गम हिमालयी चोटी पहुंचे.
माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने की कर रहे हैं तैयारी
इन तीनों ने मिलकर आईसलैंड पीक की कठिन और बर्फीली चढ़ाई शुरू की थी, जिसका बेस कैंप एवरेस्ट बेस कैम्प के रास्ते से होकर जाता है. 6 हजार 189 मीटर (20 हजार 305 फीट) की चढ़ाई 8 घंटे में पूरी की. वहीं, इन दोनों को उतरने में 7 घंटे लगे. जबकि तीसरे साथी कपिल परमार ने करीब 5 हजार 900 मीटर (19 हजार 357 फीट) की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सुरक्षा कारणों से वापस लौटने का फैसला किया. अब आगे वो माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचने का रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं. उन्होंने अपनी इस सफलता के लिए वागड क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त किया है.
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