
Rajasthan News: राजस्थान में करौली जिले की सपोटरा तहसील के विधायक हंसराज मीणा ने सपोटरा के पूर्व विधायक और पूर्व पंचायतीराज मंत्री रमेश चंद मीना पर गरीबों का हक छीनने के आरोप लगाए हैं. भाजपा के विधायक हंसराज बालोती और दर्शन सिंह गुर्जर ने करौली के सर्किट हाउस में आयोजित एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि मंडरायल क्षेत्र की मोंगेपुरा ग्राम पंचायत के नया गांव में जरूरतमंदों के लिए, लेकिन आवंटित भूमि को नियमों की अनदेखी कर पूर्व मंत्री के परिवार को देने का लगाया है. आरोप है कि उन्होंने अपने पांच भाइयों और भाभी के नाम पर पट्टे जारी करवाए है.
नेता और अधिकारियों को दिए पट्टे
भाजपा विधायकों ने बताया कि 2022 में करौली जिला कलेक्टर ने भू-राजस्व अधिनियम के तहत नयागांव में आवासीय विस्तार के लिए भूमि आवंटित की थी, जिसे गरीबों और बीपीएल परिवारों को दिया जाना था. लेकिन पंचायत अधिनियम की अनदेखी कर यह भूमि गैर-जरूरतमंदों को बांटी गई है.
आरोप है कि इस भूमि पर अब 40 से अधिक दुकानें बना दी गई हैं और वहां व्यापारिक गतिविधियां संचालित हो रही हैं. पट्टा प्राप्त करने वालों में एक भाई जिला परिषद करौली के पूर्व प्रमुख, दूसरा भाई जलदाय विभाग में संविदा कर्मी और तीसरा भाई पीडब्ल्यूडी में 'ए' क्लास का ठेकेदार है.
ACB में दर्ज हुई FIR
मामला सामने आने के बाद पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने कार्रवाई की घोषणा की है. इसमें सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ एसीबी में एफआईआर, आवंटित पट्टों को निरस्त कर बेदखली की प्रक्रिया और सरपंच को स्थायी रूप से अयोग्य ठहराने की सिफारिश शामिल है.
यह मामला सपोटरा विधायक हंसराज बालोती द्वारा विधानसभा में उठाया गया था. जिसके जवाब में सरकार ने यह जानकारी दी. भाजपा विधायकों ने प्रेस वार्ता में इस घोटाले का खुलासा किया और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की गई.