Rajasthan News: राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार (17 दिसंबर) को अजमेर में मयूर स्कूल के 43 में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों को संबोधित किया और स्टूडेंट्स को पुरस्कृत भी किया. बेस्ट हाउस ओवर आल ट्राफी मेहरानगढ़ हाउस को मिली. राज्यपाल काल राज मिश्र ने छात्रों से कहा, शिक्षा प्राप्त कर किसी प्रकार का अहंकार नहीं पालना चाहिए.
अजमेर में एक स्कूल के वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा जीवन को गढ़ती है और वही समाज आगे बढ़ता है जो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होता है. एक सरकारी बयान के अनुसार मिश्र ने कहा कि शिक्षा की नींव विद्यालय ही तैयार करते हैं तथा विद्यालय केवल शिक्षा प्रदान करने के केन्द्र ही नहीं होते बल्कि वे संस्कार निर्माण की पाठशाला के रूप में भी जाने जाते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा समस्त प्रकार के बन्धनों से मुक्त कराती है. इसके बहुत गहरे अर्थ हैं. हम उदात्त जीवन मूल्यों की ओर प्रवृत्त हों. शिक्षा प्राप्त करने के बाद हम उसे पाने का अहंकार नहीं पाले. हम बहुत अच्छा करें परन्तु अपने किए पर कभी अभिमान नहीं करें.''
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान हमारा सर्वोच्च विधान ग्रंथ ही नहीं है बल्कि यह भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्य की उदार दृष्टि का संवाहक है. उनका कहना था कि संविधान निर्माण के पीछे की मूल मानसिकता लोकतंत्र के मूल्यों में विश्वास जगाती है.
राज्यपाल ने सुनाया संविधान की प्रस्तावना का वाचन और मौलिक कर्तव्य का व्यक्तत्व
समारोह के दौरान मुख्य अतिथि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के द्वारा संविधान की प्रस्तावना का वचन और मौलिक वक्तव्य सुनाया गया. मयूर स्कूल कमेटी के अध्यक्ष ठाकुर सरदार सिंह ने मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र के स्वागत भाषण मे कलराज मिश्र के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. स्वागत भाषण के उपरांत मयूर स्कूल प्राचार्य संजय खाती ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. स्कूल हेड गर्ल मन्नत खान ने स्कूल की शैक्षणिक गतिविधियों में सांस्कृतिक गतिविधियों की जानकारी दी और खेलकूद गतिविधियों की जानकारी गर्विक अग्रवाल ने दी.