
Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ शहर में बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ स्थानीय निर्दलीय विधायक गणेश राज बंसल ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. भारत माता चौक पर करीब 1000 लोग इकट्ठा हुए और रंग-बिरंगी चप्पलें लहराते हुए बिजली विभाग के दफ्तर तक एक किलोमीटर का मार्च किया. आयोजकों ने उन लोगों को भी चप्पलें बांटीं जो अपनी चप्पलें नहीं लाए थे. कुछ लोग चप्पलें हाथ में लहराने के बजाय पहनकर चलते दिखे.
अगली बार चप्पलें फेंकेंगे
निर्दलीय विधायक गणेश राज बंसल ने कहा कि यह रैली बिजली विभाग की नाकामी के खिलाफ है. उन्होंने गर्मी और उमस में लोगों की परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा, “विभाग को लोगों की शिकायतें जल्दी सुलझानी चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगली बार चप्पलें उनके सिर पर फेंकी जाएंगी.” रैली में बोरियों में चप्पलें लाई गईं और भीड़ में बांटी गईं. हालांकि, कुछ राहगीरों ने मुफ्त चप्पलें अपने निजी इस्तेमाल के लिए ले लीं.
बिजली विभाग के गेट पर हंगामा
प्रदर्शनकारी बिजली विभाग के दफ्तर के गेट तक पहुंचे. वहां पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोका तो गुस्साए लोगों ने चप्पलें जमीन पर फेंक दीं. यह पहली बार नहीं है जब बिजली विभाग और जनप्रतिनिधियों में टकराव हुआ हो. 8 अगस्त को शहर की 11 केवी लाइन में खराबी के कारण सुबह 5 बजे से बिजली गुल रही. पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष देवेंद्र पारीख ने इस पर बिजली विभाग के अधिकारी मुकेश शर्मा से फोन पर तीखी बात की थी.
हमें भी निशाना बनाया जा रहा
बिजली विभाग के सहायक अभियंता (एईएन) मुकेश शर्मा ने एनडीटीवी से कहा, “8 अगस्त को हमने बिजली जल्दी ठीक करने की कोशिश की. लेकिन हमारे साथ बदतमीजी और राजनीतिक दबाव गलत है. मुझे इसके बाद छुट्टी पर भेज दिया गया.”
भाजपा नेता ने की आलोचना
स्थानीय भाजपा नेता अमित साही ने इस रैली की निंदा की. उन्होंने कहा, “चप्पल लहराना और मारने की धमकी देना ठीक नहीं. समस्याओं को बातचीत से शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए.”
रैली के बाद चप्पलें ले भागे लोग
रैली खत्म होने के बाद कुछ लोग बिजली विभाग के सामने पड़ी चप्पलें उठाकर ले गए. कुछ ने बोरियों में चप्पलें भरीं, शायद इन्हें बेचने के लिए. यह अनोखा विरोध अब शहर में चर्चा का विषय बन गया है.
यह भी पढ़ें- जयपुर नगर निगम हेरिटेज पहले करेगी नियुक्ति... फिर करेगी कार्रवाई, एक्शन मोड में निगम आयुक्त