
राजस्थान में लंबे समय से अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर राज्य सरकार से उम्मीद लगाए बैठे राजस्थान सयुक्त कर्मचारी संगठन ने अब उम्मीदें पूरी होते न देख सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया है. रविवार को विरोध के प्रतीक काले कपड़ों में राजस्थान भर के जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों के समर्थन में रैलियां निकाली. ऐसी ही एक रैली टोंक में मुख्य बाजार होते हुए आज जिला कलेक्ट्रेट पहुंची, जिसमें सरकार से न्याय की मांग की गई.

काले कपड़े में प्रदर्शन करते संगठन के कर्मचारी
वहीं, पूरे प्रदेश के कर्मचारी अब 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर जयपुर में रैली निकालने की घोषणा की है. राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे कर्मचारियों समेत विभिन्न संगठनों में बेचैनी बढ़ती जा रही है. इसी के तहत अखिल राजस्थान संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आज विभिन्न संगठनों के कर्मचारी काले कपड़े पहनकर जिला मुख्यालय पर उतर गए और रैली निकाली.
आंदोलन में शामिल एक कर्मचारी ने कहा, हम अपनी मांगों को लेकर संवेदनशील हैं, लेकिन सरकार सकारात्मक रुख नहीं दिखा रही, इसलिए कर्मचारियों ने अपनी मांगों पर सुनवाई नहीं होने के कारण राज्य सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए काले कपड़े पहन कर प्रदर्शन कर नारेबाजी की.
उन्होंने कहा, जिस तरह पुरानी पेंशन बहाल कर सरकार ने लाखों कर्मचारियों का भला किया है, उसी तरह वेतन विसंगति दूर कर गरीब कर्मचारी के कल्याण के लिए कदम उठाए जाएं. संविदा कर्मचारियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ठेकाकर्मियों को नियमित करने की बात पर जोर दिया.
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