Rajasthan News: राजस्थान में कानून और व्यवस्था (लॉ एंड ऑर्डर) को लेकर सियासी जंग छिड़ गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बीजेपी नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर हमले बोले हैं, जिससे यह मुद्दा सुर्खियों में आ गया है.
गहलोत का सरकार पर हमला
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की बीजेपी सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं और सरकार का ध्यान इस ओर बिल्कुल नहीं है. गहलोत ने दावा किया कि मौजूदा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति कमजोर हो गई है, जिससे आम लोग परेशान हैं. उन्होंने हाल ही में बिहार के दौरे का जिक्र करते हुए बीजेपी पर अपराध को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप भी लगाया.
कांग्रेस और क्राइम जुड़वां भाई
गहलोत के बयानों पर बीजेपी ने करारा जवाब दिया. विधायक गोपाल शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस और अपराध एक ही राशि के हैं, जैसे जुड़वां भाई. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई नेताओं पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. शर्मा ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में वे जिन नेताओं के साथ मंच साझा कर रहे थे, वे अपराध की दुनिया के बड़े नाम हैं. शर्मा ने गहलोत के कार्यकाल को भी कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में जोबनेर के जंगलों में एक तिब्बती युवती के साथ गैंगरेप जैसी जघन्य घटना हुई थी, जो राजस्थान के इतिहास का सबसे शर्मनाक कांड था.
डिप्टी सीएम का दावा: स्थिति पहले से बेहतर
उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने भी गहलोत के आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा कि गहलोत के शासनकाल में अपराध चरम पर था, जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. बैरवा ने दावा किया कि कोई भी मामला सामने आने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है. उन्होंने जोर देकर कहा कि राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पहले की तुलना में काफी बेहतर है.
केदारनाथ त्रासदी पर भी उठे सवाल
गोपाल शर्मा ने गहलोत को पुरानी बातें याद दिलाते हुए कहा कि केदारनाथ त्रासदी में मारे गए राजस्थान के लोगों को गहलोत सरकार ने मुआवजा देने का वादा तो किया, लेकिन उसे पूरा नहीं किया. उन्होंने गहलोत पर नैतिकता की बात करने का अधिकार खो देने का आरोप लगाया.
कांग्रेस की रणनीति पर सवाल
बीजेपी ने गहलोत की सियासी महत्वाकांक्षाओं पर भी तंज कसा. शर्मा ने कहा कि गहलोत को बार-बार बिहार और गुजरात जैसे राज्यों का प्रभारी बनाया जा रहा है, लेकिन वे गांधी-नेहरू परिवार की भावनाओं को नहीं समझ रहे. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि राजस्थानी लोग चुनौतियां देने में माहिर होते हैं.
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