
Hanuman Garh News: हनुमानगढ़ में साझेदारों और एक अन्य पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप का सुसाइड नोट लिख कर एक युवक ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पर टाउन पुलिस मौके पर पहुंची. परिजनों की रिपोर्ट पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. एएसआई राजाराम ने बताया कि भरवाना निवासी विकास ने रिपोर्ट दी कि उसके बड़े भाई कैलाश कुमार की हनुमानगढ़ टाउन में करणी कैफे, करणी बॉयज हॉस्टल, करणी गर्ल्स हॉस्टल और करणी लाइब्रेरी में साझेदारी हैं, जहां कपिल सिंवर, अजय सिंवर, करणी राजपूत, दिनेश दुसाध व संदीप जाखड़ कार्य करते थे.
मोहित रोकणा निवासी हनुमानगढ़ टाउन ने विदेश भेजने के नाम पर उसके भाई कैलाश कुमार से 8 लाख रुपए ले रखे थे जो करीब 2 वर्ष से टाल मटोल कर रहा है. वह मेरे भाई का उसके पार्टनर कपिल सिंवर और अजय सिंवर के साथ भी लेन-देन में विवाद चल रहा था. मेरे भाई के बाकी सारे पैसे बिजनेस के नाम पर खुर्द-बुर्द कर दिए.
कपिल और अजय के टॉर्चर करने पर और पैसे नहीं देने के दबाव में मेरे भाई कैलाश ने आत्महत्या कर ली. मृतक कैलाश कुमार की जेब में एक लिखित सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ है. रिपोर्ट पर टाउन थाना में आत्महत्या दुष्प्रेरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच एसआई ज्योति कर रही है.
मम्मी- पापा को लिखा सॉरी
मौके से टाऊन पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया. मृतक ने सुसाइड नोट में साझेदारों पर वित्तीय विवाद और एक अन्य पर विदेश भेजने के नाम पर 8 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगा, दबाव में आत्महत्या करने के लिए माता, पिता से माफी मांगी.
''मैं अब आप पर एक बोझ बन चुका हूं...''
सुसाइड में नोट के मृतक ने लिखा कि मम्मी-पापा मैं जा रहा हूं. मेरी मौत का ज़िम्मेदार मेरा पार्टनर कपिल सिंवर,अजय सिंवर है. मम्मी! मैंने बहुत कुछ किया, लेकिन ये लोग मुझे कभी समझ नहीं पाए. मेरे पैसे लगवा दिए. लोन दिलवा दिया. मेरे धंधे में पार्टर्नशिप हटा दी. मेरा मन बेकार कर दिया. इसके अलावा न्यूजीलैंड जाने के लिए मोहित ने मुझसे 8 लाख रूपये ले लिए. मैं अब आप पर एक बोझ बन चुका हूं, लेकिन अब यह नहीं बनना चाहता. मम्मी-पापा सॉरी जो सोचा था वो नहीं कर पाया.
पिता आर्मी में हैं कार्यरत
मृतक कैलाश गोगामेड़ी क्षेत्र के गांव भरवाना का निवासी था. कैलाश अपने परिवार का बड़ा बेटा था. पिता हंसराज आर्मी में कार्यरत है. वहीं एक छोटा भाई विकास गांव में मां के पास रहता है. कैलाश पढ़ाई के साथ साथ हनुमानगढ़ में दोस्तों के साथ व्यवसाय शुरू किया था.
यह भी पढ़ें- 'जमीन के नीचे गड़ा था करोड़ों का काला धन', इनकम टैक्स की टीम के हाथ लगा बड़ा सुराग