Rising Rajasthan Pre-Summit News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की उपस्थिति में माइंस और पेट्रोलियम विभाग के राइजिंग राजस्थान प्री समिट में 63 हजार 463 करोड़ के एमओयू साइन किए गए. इस अवसर पर एमओयू समारोह में राज्य सरकार की ओर से प्रमुख शासन सचिव माइंस टी.रविकान्त और निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल और एमओयू करने वाली संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच करार पत्रों का आदान प्रदान हुआ.
निवेश से बढ़ेंगे रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में औद्योगिक निवेश के अनुकूल वातावरण बनाया गया है. इससे प्रदेश की प्रगति, आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर विकसित होंगे. सीएम ने विदेश यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि जापान के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे राजस्थान में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. इसी तरह से कोरिया की कोरियन स्टोन कंपनी सहित अन्य कंपनियों ने भी राजस्थान में निवेश करने के लिए रुचि दिखाई है. राजस्थान में काम कर रही देशी विदेशी कंपनियां अपने मुनाफे को प्रदेश में ही औद्योगिक विकास के लिए निवेश करें ताकि प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर विकसित हो सकें.
7 महीने में 32 खनिज ब्लॉकों की नीलामी
आगे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य में सोना, चांदी, लेड, जिंक, मार्बल, ग्रेनाइट सहित विभिन्न खनिजों के विपुल भण्डार है. सीकर के रोहिल में यूरेनियम के खनन हेतु यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इण्डिया को एलओआई जारी किया गया है. वहीं बाड़मेर, जालौर, नागौर आदि में दुर्लभतम खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट के भण्डार मिले हैं. आरईई को बढ़ावा देने के लिए सेंटर फॉर एक्सिलेंस स्थापित करने जा रही है. पिछले सात माह में ही 32 मेजर खनिज ब्लॉकों की नीलामी कर हम देश में प्रथम आ गए हैं.
आगामी 'Rising Rajasthan' ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट 2024 के निमित्त आज जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इन्वेस्टर मीट में प्रदेश के प्रमुख निवेशकों व उद्योगपतियों को संबोधित किया।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) November 8, 2024
इस अवसर पर उन्हें राजस्थान में निवेश के अपार अवसरों, उद्योग-अनुकूल नीतियों, आधारभूत… pic.twitter.com/DoOKIoDftA
63 हजार 463 करोड़ के एमओयू हुए संपन्न
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राजस्थान की विपुल खनिज संपदा की चर्चा करते हुए कहा कि रोडमैप बनाकर आगे बढ़ा जा रहा है. उन्होंने रिफाइनरी की प्रगति, राजस्थान के खनिजों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली. प्रमुख सचिव माइंस टी रविकान्त ने बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहला अवसर है.
जब माइनिंग सेक्टर में निवेशकों ने आगे बढ़कर रुचि दिखाई है. उन्होंने बताया कि आज सहित माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में एक लाख 41 हजार 184 करोड़ रु. से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित हो चुके हैं. आज 63 हजार 463 करोड़ के एमओयू संपन्न हुए हैं. वहीं इससे पहले 77 हजार 721 करोड़ रु. के एमओयू संपन्न हो चुके हैं.