SOG Action in Fake Degree: सरकारी नौकरी में धांधली के लिए विख्यात राजस्थान में बीते कुछ माह से लगातार कार्रवाई की जा रही है. भाजपा की सरकार बनने के बाद पेपर लीक की जांच राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम SOG कर रही है. SOG ने अभी तक कई भर्ती परीक्षाओं में हुई सेटिंग का खुलासा किया है. SI परीक्षा, JEN परीक्षा के साथ-साथ बीते कुछ सालों में हुई परीक्षा में हुई धांधली को एसओजी ने पकड़ा है. पेपर लीक और डमी कैंडिडेट के मामले में बीते हुई कार्रवाई के बाद अब बुधवार को एसओजी ने फर्जी डिग्री देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एसओजी ने चूरू के OPJS यूर्निवसिटी में तलाशी अभियान चलाकर फर्जी डिग्री देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया.
इन तीनों के पास से 7 यूनिर्वसिटी की 50 से अधिक डिग्रियां बरामद हुई है. दरअसल एसओजी को चूरू के OPJS यूर्निवसिटी से फर्जी डिग्री बांटने वालों की गुप्त सूचना मिली थी. जिसके बाद एसओजी ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय राजगढ़ चूरू में दबिश दी थी. एसओजी की पांच टीम यहां पहुंची. तलाशी अभियान चलाने के बाद टीम ने यहां से तीन आरोपी को गिरफ्तार किए. जिनके पास से बड़ी मात्रा में कूट रचित डिग्रियां, खेल प्रमाण-पत्र, रिकॉर्ड, सील आदि जब्त किए गए.
एसओजी की इन लोगों के खिलाफ मिली थी सूचना
एटीएस और एसओजी के अतिरिक्ति महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले एसओजी कार्यालय को यह सूचना मिली कि सुभाष पूनिया पुत्र गुरूदयाल उम्र 52 वर्ष निवासी बेरासर घुमाना पीएस राजगढ़, जिला
चुरू व उसका बेटा परमजीत पुत्र सुभाष पुनिया निवासी बेरासर घुमाना हाल पीटीआई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुर्जा पंचायत समिति बसेड़ी, जिला धौलपुर अपने साथियों के साथ मिलकर कई विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्री, फर्जी खेल प्रमाण पत्र फर्जी मेडल व फर्जी बैक डेट में एडमिशन दिलाने का कार्य संगठित गिरोह के रूप में बड़े स्तर पर कर रहे हैं.
कई विवि में दलाली का करता था
इस सूचना पर परिवाद दर्ज कर जांच एएसपी सतनाम सिंह द्वारा की गई. परिवाद की जांच से प्रथम दृष्टया यह सामने आया कि आरोपी सुभाष पुनिया कई विश्वविद्यालयों के दलाल के रूप में कार्य करता है. ओपीजेएस राजगढ़ चुरू में यह भी वह दलाली करता था. ओपीजेएस के मैनेजमेंट से मिलीभगत कर बैक डेट में फर्जी डिग्री, मेडल, प्रमाण पत्र इत्यादि जारी करवाता है. साथ ही फर्जी डिग्री/प्रमाण पत्र का सत्यापन षिक्षा विभाग में कार्यरत कुछ स्टाफ व विष्वविद्यालय के मैनेजमेंट से मिलिभगत कर करवाता है.
50 हजार रुपए में बैक डेट में दी लाइब्रेरियन की डिग्री
इस पर प्रकरण संख्या 13/2024 अन्तर्गत धारा 420, 467,468,471,120 बी आईपीसी 467,468,471,120 बी आईपीसी पीएस एसओजीपीएस एसओजी पंजीबंद्व किया गया. प्रकरण की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्माराम गिल्ला को जिम्मा दिया गया. जिसके बाद एसओजी ने एक लाइब्रेरियन की भर्ती की बात करते हुए लाइब्रेरियन की डिग्री बैक डेट में देने के लिए आरोपी सुभाष पूनिया से बात की गई. सौदा 50 हजार में तय हुआ. 20 हजार एडवांस के रूप में सुभाष के बेटे परमजीत के खाते में दिए गए.
पैसा लेने के कुछ दिनों बाद व्हाट्सएप पर भेजी डिग्री
पैसे डालने के कुछ दिनों बाद आरोपी सुभाष ने लाइब्रेरियन की फर्जी डिग्री परिवादी के मोबाइल पर जरिए व्हाट्सअप भेज दी. 9 अप्रैल को आरोपी सुभाष ने परिवादी को मूल कूट रचित डिग्री ओपीजेएस विश्वविद्यालय के पास राजगढ़ में देना तय हुआ. परिवादी के साथ एडिशनल एसपी धर्माराम गिल्ला गए मुलाकात के दौरान आरोपी सुभाष ने बताया की संबंधित डिग्री सरदार शहर में प्रदीप कुमार शर्मा पुत्र अमरचंद शर्मा निवासी वार्ड नं. 25, पुगलसर बास सरदारशहर, चुरू के पास है.
अलग-अलग टीम ने अलग-अलग जगहों पर दी दबिश
आरोपी ने बाकी के पैसों की मांग की जिस पर एसओजी ने सुभाष को मौके से ही डिटेन कर लिया. जिसके बाद टीम ने सुभाष के घर पर सर्च किया. दूसरी टीम इस दौरान सरदार शहर पहुंची और प्रदीप शर्मा को कूट रचित डिग्री के साथ डिटेन किया. तीसरी टीम ने पुलिस अधीक्षक धौलपुर सुमित मेहरड़ा के निर्देशन में सब इंस्पेक्टर ईश्वर प्रसाद थाना बसेड़ी के नेतृत्व में गठित की गई. तीसरी टीम ने परमजीत पुत्र सुभाष पुनिया पीटीआई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुर्जा पंचायत समिति बसेड़ी, जिला धौलपुर को उसके निवास से कुछ दस्तावेजों के साथ डिटेन कर एसओजी टीम के सुपुर्द कर दिया.
आरोपी सुभाष के घर सर्च के दौरान कई डिग्रियां मिली
1. 7 विश्वविद्यालयों की लगभग पचास डिग्रियां (मूल)
2. 81 खेल प्रमाण
3. 117 विद्यार्थियों का रिकॉर्ड जैसे मार्क शीट, आधार, डिग्री इत्यादि
4. 10 भरी हुई उत्तर पुस्तिकाएं
5. 2 विश्वविद्यालयों की सील
6. 2 खाली खेल प्रमाण-पत्र
7. चैक बुक व अन्य दस्तावेज
सुभाष करता था फर्जी डिग्री प्रिंट
एसओजी को जांच में यह भी पता चला है कि सुभाष पूनिया राजगढ़ में बस स्टैंड के पास स्थित शेखावटी प्रिंटर्स नामक दूकान से फर्जी डिग्रीयां प्रिंट करवाता है. इसकी जांच के लिए चौथी टीम सुनील कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनगढ़ चौकी एसओजी के निर्देशन में गठित की गई. चौथी टीम ने शेखावटी प्रिंटर्स के संचालक राकेश( 40) पुत्र काशीराम शर्मा निवासी वार्ड नं. 27 राजगढ़, चुरू से पूछताछ की गई व दूकान में मौजूद लैपटॉप व कम्प्यूटर को जब्त किया गया. राकेश से आगे का अनुसंधान किया जाएगा.
फर्जी डिग्री से तीन लोगों ने पाई सरकारी नौकरी
इस जांच के दौरान यह भी बात सामने आई कि इन लोगों से मिली फर्जी डिग्री के आधार पर तीन लोगों ने सरकारी नौकरी भी हासिल की है. जिसमें गणपत लाल पुत्र मोहनलाल, निवासी जाखल, जिला सांचौर हाल शारीरिक शिक्षक राजकीय उच्च प्राथमिक शाला सीलोसन, विक्रम पुत्र नरपत राम कोहलानियों की ढाणी, चितलवाना, जालौर हाल शारीरिक शिक्षक राजकीय उच्च प्राथमिक शाला वार्ड नं. 2 कोलियों की गढ़ी, होतिगांव और नरेन्द्र पुत्र मोतीराम, निवासी दाता पोस्ट सरनउ जिला सांचौर हाल शारीरिक शिक्षक जिला सांचौर शामिल है. इन लोगों ने पीटीआई की योग्यता के लिए ओपीजेएस विश्वविद्यालय से न केवल फर्जी बीपीएड की डिग्री प्राप्त की, बल्कि परीक्षा में डमी कैडिडेंट भी बैठाया. एसओजी इस मामले की अलग से जांच कर रही हैं.
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