Health News: सर्दियां आते ही कोहरा और प्रदूषण सांस की समस्याओं को बढ़ा देते हैं. खासकर बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत ज्यादा होती है. लेकिन प्रकृति ने एक ऐसी जड़ी-बूटी दी है जो सदियों से हर तकलीफ का रामबाण इलाज साबित हो रही है. जी हां, हम बात कर रहे हैं शीतल चीनी की, जो दिखने में काली मिर्च जैसी लगती है मगर स्वाद और गुणों में पूरी तरह अलग है.
आयुर्वेद का खजाना: शीतल चीनी
आयुर्वेद में शीतल चीनी को औषधि का दर्जा मिला है और इसे कबाब चीनी भी कहते हैं. इसका स्वाद तीखा और कड़वा होता है लेकिन फायदे इतने कि कई बीमारियों से छुटकारा दिलाती है. पाइल्स, सांस की परेशानी, खाने की नली या सांस की नली में दिक्कत, व्हाइट डिस्चार्ज, यूरिन इन्फेक्शन, हृदय रोग, खांसी-जुकाम, एमेनोरिया, पुराना ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी समस्याओं में यह राहत पहुंचाती है.
बार-बार यूरिन इन्फेक्शन का अंत
कम पानी पीने या गर्म पानी से यूरिन इन्फेक्शन बार-बार हो तो शीतल चीनी मददगार साबित होती है. इसमें सोडियम प्रचुर मात्रा में होता है जो विषैले तत्वों को बाहर निकालता है. पेट दर्द और जलन में आराम देती है. आंतों की सूजन या लगातार दस्त की शिकायत में भी यह कमाल करती है.
ठंडी तासीर वाली सफाई एजेंट
शीतल चीनी की तासीर ठंडी है जो आंतों की सूजन घटाती है और जमा विषैले पदार्थों को साफ करके बाहर फेंकती है. सर्दियों में सर्दी-खांसी के बाद छाती में बलगम जम जाता है जिससे सांस फूलती है. इसमें मौजूद प्राकृतिक एंटीबायोटिक्स बलगम जमा होने नहीं देते और पुरानी से पुरानी जमी हुई बलगम को निकाल फेंकते हैं.
आसान सेवन विधि
बाजार से शीतल चीनी लें, अच्छी तरह सुखाएं और पीस लें. एक गिलास पानी में चौथाई चम्मच मिलाकर 3 से 5 दिन तक पिएं. बच्चों को देने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें. यह छोटी सी जड़ी सर्दियों की हर तकलीफ से बचाएगी और स्वस्थ रखेगी.
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