Kota Lok Sabha Constituency: भारतीय जनता पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल और कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री और कोटा शहर से विधायक शांति धारीवाल की गुरुवार को हुई शिष्टाचार मुलाकात ने सियासी गलियारे में हलचल तेज कर दी. दोनों नेता एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते थे और दोनों नेताओं के बीच सियासी अदावत लंबे समय से चली आ रही थी. लेकिन प्रह्लाद गुंजल के कांग्रेस में शामिल होने के बाद शांति धारीवाल और प्रह्लाद गुंजल की हुई शिष्टाचार मुलाकात ने कोटा में कांग्रेस को मजबूत करने का संदेश दिया है. कांग्रेस ने प्रह्लाद गुंजल को कोटा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है उनका मुकाबला लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से होगा.
शांति धारीवाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और कोटा उत्तर विधानसभा से मौजूदा विधायक भी हैं. पिछले दिनों प्रह्लाद गुंजल के कांग्रेस सदस्यता ग्रहण करने के वक्त जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में धारीवाल शामिल नहीं हुए थे. तब से कयास लगाए जा रहे थे कि प्रह्लाद गुंजल और धारीवाल के बीच की अदावत कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है. लेकिन दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात और आगामी चुनाव को लेकर रणनीति पर काफी देर तक चर्चा हुई. प्रह्लाद गुंजल ने धारीवाल के आवास पर पहुंचकर उनको वरिष्ठ नेता मानते हुए आशीर्वाद लिया धारीवाल ने भी गुंजल को आश्वस्त करते हुए कहा कि सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस पार्टी की जीत होगी.
कोटा उत्तर विधायक, पूर्व मंत्री श्री @ShantiDhariwal5 जी के निवास पर कोटा बूंदी लोकसभा सीट के कॉंग्रेस प्रत्याक्षी श्री @PrahladGunjal जी के साथ शिष्टाचार मुलाकात कर लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। pic.twitter.com/6864XeBEkm
— Ravindra Tyagi (@ravindraINCkota) March 28, 2024
गौरतलब है, गुंजल को वसुंधरा राजे खेमे का नेता माना जाता है. वो एक मजबूत नेता के तौर पर उभरे थे. हालांकि वो कोटा उत्तर से कांग्रेस के शांति धारीवाल के सामने दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. गुंजल ने कहा कि, 'भाजपा 400 सीट जीतने का दावा करती है, लेकिन एक बात तो निश्चित में आप उसमें से एक सीट कम कर लो'.
यह भी पढ़ें- सचिन पायलट क्यों नहीं लड़ रहे लोकसभा चुनाव? NDTV के मंच पर कांग्रेस नेता ने खुद दिया जवाब