Rajasthan News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बुजुर्गों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. राजस्थान में इस बार हजारों की संख्या में बुजुर्गों ने घर से मतदान कराने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहीं दिव्यांग मतदाताओं ने भी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाया है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रदेश में 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए प्रदेश में पहली बार लोकसभा आम चुनावों में होम वोटिंग की पहल की गई है. इसके प्रति बुजुर्गों और दिव्यांगों में भारी उत्साह है.
राजस्थान में दो चरणों के मतदान के लिए अब तक करीब 58 हजार पात्र मतदाताओं ने घर से मतदान करने का विकल्प चुना है. इनमें 43,638 वरिष्ठ नागरिक और 14,385 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. प्रदेश के सभी 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) द्वारा होम वोटिंग के लिए इच्छुक पात्र मतदाताओं के पंजीकरण का कार्य किया जा रहा है. लोकसभा क्षेत्रों के लिए अभ्यर्थियों के नाम तय हो जाने के बाद घर-घर जाकर मतदान करवाया जाएगा.
प्रथम चरण के लिए 35 हजार से अधिक पंजीकरण
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होम वोटिंग के लिए 27 मार्च तक पंजीकरण किया जाएगा. अब तक 35,542 लोगों ने होम वोटिंग के लिए पंजीकरण कराया है. इनमें 26,371 वरिष्ठ नागरिक और 9,171 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. निर्वाचक अधिकारी होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले मतदाताओं की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को 1 अप्रैल तक उपलब्ध करवाएंगे. इसके बाद होम वोटिंग के विशेष मतदान दल गठित कर उनके प्रशिक्षण की सभी प्रक्रिया 4 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी. ये विशेष टीमें राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों की मौजूदगी में पंजीकृत मतदाताओं के घर पहुंचकर पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करवाएंगे. होम वोटिंग के लिए मतदान प्रक्रिया 5 अप्रैल से शुरू होकर 14 अप्रैल तक चलेगी. किसी कारण से मतदाता के होम वोटिंग के लिए अनुपस्थित या वंचित रह जाने पर दूसरा चरण 15 से 16 अप्रैल के बीच होगा.
दूसरे चरण के लिए 22 हजार से अधिक पंजीकरण
गुप्ता ने बताया कि दूसरे चरण में जिन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा, वहां होम वोटिंग के लिए 2 अप्रैल तक आवेदन किया जा सकता है. अब तक करीब 22,500 पात्र मतदाओं ने पंजीकरण कराया है. इनमें 17,324 वरिष्ठ नागरिक और 5,222 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. निर्वाचक अधिकारी होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले मतदाताओं की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को 8 अप्रैल तक उपलब्ध कराएंगें. इसके बाद होम वोटिंग के विशेष मतदान दल गठित कर उनके प्रशिक्षण की सभी प्रक्रिया 13 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी. होम वोटिंग के लिए मतदान प्रक्रिया 14 अप्रैल से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलेगी. किसी कारण से मतदाता के होम वोटिंग के लिए अनुपस्थित या वंचित रह जाने पर दूसरा दौर 22 से 23 अप्रैल के बीच होगा.
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राज्य विधानसभा आम चुनाव-2023 में 99 प्रतिशत मतदान
उन्होंने बताया कि समावेशी चुनाव की दिशा में चुनाव आयोग ने होम वोटिंग की पहल की है. राजस्थान में बीते दिनों विधानसभा आम चुनाव-2023 के दौरान यह नवाचार सफलतापूर्वक किया गया. होम वोटिंग का मतदान 99 प्रतिशत रहा था. करीब 61,424 मतदाताओं ने घऱ से मतदान किया था. इसमें 49,650 वरिष्ठ नागरिक (80 वर्ष से अधिक आयु) और 11,774 दिव्यांग शामिल थे.
गुप्ता ने बताया कि यह सुविधा विकल्प के रूप में है. लोकसभा चुनाव के लिए होम वोटिंग की सुविधा ऐसे मतदाताओं को मिलती है, जो 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों हों या 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता श्रेणी के विशेष योग्यजन हों. इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर होम वोटिंग की सुविधा के लिए योग्य मतदाताओं को इसके संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है. पात्र मतदाता सुविधा का चयन करने के लिए फॉर्म 12-डी भरकर बीएलओ को देंगे.
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