Congress MLA Ganesh Ghogra: डूंगरपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा (Ganesh Ghogra) और चोरासी से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत (Raj Kumar Roat) के बीच जुबानी जंग चल रही है. विधायक राजकुमार रोत द्वारा विधायक गणेश घोगरा पर आरक्षण बेच देने के बयान पर विधायक गणेश घोगरा ने पलटवार करते हुए विधायक राजकुमार पर 25 करोड़ रुपए में जनता के सपने बेचने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
'25-25 करोड़ रुपए लेकर युवाओं के सपनों को बेचा'
विधायक गणेश घोगरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'गहलोत सरकार जब संकट में थी, तब बीटीपी विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद ने तत्कालीन सीएम गहलोत को समर्थन देने के बदले 25-25 करोड़ रुपए लेकर जनता और युवाओं के सपनों को बेच दिया. जबकि उन्हें समर्थन के बदले सरकार से क्षेत्र की मांगे पूरी करने की शर्त रखनी चाहिए थी'. इसके अलावा विधायक गणेश घोगरा ने कांकरी डूंगरी दंगो का जिम्मेदार भी विधायक राजकुमार रोत को ठहराया.
'मालवीय से रिश्ता अब समाप्त हो गया है'
घोगरा के कहा, 'विधायक राजकुमार रोत और बीटीपी नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर युवाओं को गुमराह किया और कई निर्दोष युवाओं को मुकदमों में फंसाकर उनका भविष्य बर्बाद कर दिया'. विधायक राजकुमार रोत के महेंद्रजीत सिंह मालवीया और गणेश घोगरा के 'गुरु-चेला' वाले बयान पर कहा, 'महेंद्रजीत सिंह मालवीया वरिष्ठ कांग्रेसी नेता होने के नाते उनके गुरु समान थे, लेकिन उनके पार्टी छोड़ने के बाद यह रिश्ता समाप्त हो चुका है.'
'यमराज भी आकर कहे तो कांग्रेस नहीं छोडूंगा'
घोघरा ने कहा कि कांग्रेस उनकी मां है और यमराज भी आकर कहें तो वे कांग्रेस पार्टी नही छोड़ेंगे, बल्कि अपने प्राण छोड़ देंगे. घोगरा ने कहा कि विधायक राजकुमार स्वार्थी है. बीटीपी के संविधान में एक व्यक्ति को दूसरी बार विधायक की टिकिट नही देने का प्रावधान था जिसके चलते उन्होंने बीटीपी छोड़कर खुद की नई पार्टी बनाई और जनता को गुमराह कर दोबारा विधायक बने. घोगरा ने कहा कि वे आदिवासियों की मांगों को लेकर हमेशा अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे.
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