
Rajasthan: भीलवाड़ा शहर के हृदय स्थल पर स्थित धानदोलाई तलाई, जिसे नेहरू तलाई या धर्म तालाब भी कहा जाता है, इसमें बीती रात से मछलियों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है. अब तक हजारों मछलियां मर चुकी हैं और तलाई के किनारों पर आकर सड़ने लगी हैं. इसके कारण आसपास की दो कॉलोनियों समेत कम से कम आधा दर्जन बस्तियों में तेज दुर्गंध फैल गई है, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं. तलाई के पास सुबह टहलने आने वाले लोगों ने भी आना बंद कर दिया है.
लापरवाही से बिगड़ा हाल, प्रशासन मौन
यह स्थिति अचानक नहीं बनी है. पिछले पांच दिनों से मीडिया लगातार इस जलस्रोत की दुर्दशा और रखरखाव की अनदेखी को उजागर कर रहा था. लेकिन इसके बावजूद नगर विकास न्यास और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारी मौके पर नहीं आ रहे हैं और न ही साफ-सफाई या जल शुद्धिकरण के प्रयास किए जा रहे हैं. तलाई की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है.
करोड़ों खर्च, फिर भी हाल बेहाल
ध्यान देने वाली बात यह है कि धर्म तलाई के सौंदर्यीकरण और संरक्षण पर अब तक नगर विकास न्यास द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं. इसके बावजूद यह तलाई आज सफेद हाथी बनकर रह गई है. एक समय जो यह शहर के आकर्षण का केंद्र हुआ करती थी, वह अब लोगों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है. अगर समय रहते हालात नहीं सुधारे गए, तो यह तलाई शहर के पर्यावरण और जनस्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बन सकती है.
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