
Action against electricity theft in Tonk: टोंक में बिजली चोरी की लगातार बढ़ती समस्या के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस संबंध में शहर के 18 ब्लॉक में 12 टीम बनाकर रात के अंधेरे में बिजली चोरी पकड़ने निकले. विद्युत निगम के अधिकारी-कर्मचारी अपने साथ पुलिस का जाब्ता लेकर पहुंचे. जब हकीकत देखी तो खुद निगम के अधिकारी भी हैरान रह गए. उन्होंने इस दौरान कुल 282 जगह बिजली चोरी पकड़ी और 1 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया. दरअसल, टोंक शहर में बिजली चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं. बिजली विभाग के उड़न दस्ते कई मोहल्लों में तो आज भी घुसने की हिम्मत नहीं कर पाते. विद्युत विभाग के एसई कन्हैयालाल पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्युत चोरी को रोकने के लिए स्पेशल टास्क के तहत कार्रवाई की गई है.
बिजली चोरी कर चलाए जा रहे हैं उद्योग-धंधे
सीधे जम्पर डालकर बिजली चोरी, बैटरी वाले रिक्शों की चार्जिग और चोरी छिपे छोटे-बड़े उद्योग-धंधे भी चलाए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन से लेकर सरकार और जयपुर डिस्कॉम तक इसकी सूचना है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही ननहीं हो पाती. हाल की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद टोंक में बिजली चोरी की हकीकत को भी सामने ला दिया है.
करीब 1.25 करोड़ रुपए का लगाया जुर्माना
विद्युत चोरी की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद निगम ने रात में छापेमारी की योजना बनाई. इसके लिए टोंक ही नहीं, बल्कि कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर की भी टीमें भी कार्रवाई में शामिल रही. इन शहरों की एक दर्जन टीमों ने टोंक के 18 ब्लॉक में दर्जनों स्थानों पर छापा मार कार्रवाई करते हुए 282 वीसीआर भरे हैं. विद्युत विभाग की टीम ने कार्रवाई के दौरान करीब 1.25 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है. इसे वसूलने के लिए उपभोक्ताओं को 15 दिन का समय दिया गया है. जुर्माना नहीं भरने की स्थिति में कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी.
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