Udaipur violence: घायल छात्र की मां रविवार (18 अगस्त) को शहर के मुखर्जी चौक पर धरने पर बैठ गई. छात्र की मां ने आरोप लगाया कि प्रशासन उसके बेटे से मिलने नहीं दे रहा है. सूचना पर कई संगठन के लोग पहुंच गए. पुलिस-प्रशासन के बड़े अधिकारी भी मुखर्जी चौक पहुंच गए हैं. उदयपुर में बवाल के 48 घंटे बाद स्थिति सामान्य है. रविवार (18 अगस्त) सुबह बाजार खुले. सब कुछ सामान्य रहा. रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा.
बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी लेने पहुंचे थे परिजन
छात्र के परिजन मांग करने लगे कि बच्चे की वास्तविक स्थिति क्या है, इसकी जानकारी दी जाए. बच्चे के परिजन और समाज के लोग मुखर्जी चौराहे पर एकत्रित होकर मांग कर रहे थे कि उसके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी दी जाए. वहां पर भारी पुलिस बल मौजूद था. पुलिस अधिकारी समझाने की कोशिश कर रहे थे. माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. उनको अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर परेशान थे.
समझाने के बाद हंगामा शांत हुआ
करीब आधे घंटे तक समझाइश के बाद घायल छात्र की मां सहित समाज की कई महिलाएं पैदल ही हॉस्पिटल के लिए रवाना हुईं. इन महिलाओं के साथ पुलिस का जाब्ता भी पैदल चलता दिखाई दिया. हंगामा शांत होने के बाद एसपी योगेश गोयल ने बताया कि कुछ गलतफहमी की वजह से यह बात सामने आई कि छात्र के माता-पिता को मिलने नहीं दिया जा रहा है. जबकि, ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि एमबी हॉस्पिटल में छात्र का इलाज जारी है. इसके अलावा हॉस्पिटल में माता-पिता को मिलने से नहीं रोका जा रहा है. गोयल ने यह भी कहा कि प्रशासन और पुलिस द्वारा कुछ नम्बर भी उपलब्ध करवाएं गए है. ताकि जरूरत पड़ने पर सीधे फोन कर सके.
दो JCB से तोड़ा गया मकान
उदयपुर नगर निगम के अधिकारी शनिवार दोपहर ही अपनी पूरी टीम के साथ जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए. सबसे पहले उन्होंने हमलावर छात्र के मकान का बिजली कनेक्शन काट दिया. इसके बाद कम से कम समय में मकान को खाली करवाया गया. अधिकारियों ने जैसे ही सुनिश्चित किया की मकान में कोई नहीं है, वैसे ही दो JCB ने मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोग पीले पंजे से मकान को गिराने का नजारे देखते रहे.
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