Udaipur violence: राजस्थान के शांतिप्रिय शहर उदयपुर को शायद किसी को नजर लग गई है. बीते कुछ साल से यहां से अक्सर माहौल बिगड़ने की घटनाएं सामने आ रही है. दो पक्षों के विवाद में पर्यटकों की खास पंसद रही झीलों की नगरी की साख को बट्टा लग रहा है. कन्हैया लाल मर्डर केस को लेकर उदयपुर देश-दुनिया तक चर्चित हुआ. उसके बाद पिछले साल स्कूली छात्रों के बीच हुई चाकूबाजी की घटना और उसके बाद हुए बवाल को लेकर उदयपुर चर्चाओं में आया. फिर साल के अंत में महाराणा प्रताप के दो वंशजों की लड़ाई सुर्खियों में छाई. और अब नए साल की शुरुआत के दिन ही उदयपुर में फिर से माहौल बिगड़ा है.
ताजा हिंसा उदयपुर के डबोक थाना क्षेत्र में
ताजा मामला उदयपुर के डबोक थाना क्षेत्र की ढावा ग्राम पंचायत से सामने आया. जहां दो समुदायों के बीच आपसी बातचीत के बाद हुईं झड़प इतनी बढ़ गई कि दोनों ओर से जमकर पथराव और तोड़फोड़ हुआ. नतीजा करीब एक दर्जन वाहनें क्षतिग्रस्त हो गई. ट्रक, माल ढोने वाले वाहन के साथ-साथ पुलिस जीप में भी तोड़फोड़ की गई. तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
कई थानों की टीम मौके पर पहुंची
माहौल बिगड़ने की सूचना पर डबोक पुलिस थाने के साथ घासा, मावली, वल्लभनगर थानों का जाब्ता पहुंचा और मामले को शांत करने में जुटा. उदयपुर से आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. बताया जा रहा है कि बाठेड़ा की सराय में बुधवार रात 10 बजे दो पक्षों में मारपीट हुई थी.
रात में हुई मारपीट, सुबह माफी मंगवाने की मांग पर भड़का माहौल
बताया गया कि यहां सड़क पर स्थित एक घर से सामने बनी सीढ़ी (रैंप) को लेकर एक गाड़ी सवार ने आपत्ति जताई थी. यह आपत्ति विवाद में बदल गई. फिर दोनों पक्षों के बीच रात में हल्की मारपीट हुई. लेकिन गुरुवार सुबह हिंदूवादी संगठनों ने बाजार बंद करा दिया और आरोपी युवक को मौके पर बुलाकर माफी मंगवाने की मांग करने लगे. जिसके बाद माहौल गर्मा गया.
पुलिस गाड़ी सहित कई वाहनों में तोड़फोड़
माहौल बिगड़ने की सूचना पर पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंची. इसी बाच कुछ आक्रोशित ग्रामीणों ने डबोक पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया. साथ ही गांव में मौजूद कई गाड़ियों के कांच भी तोड़ दिए. बाद में पुलिस लाइन के साथ-साथ आसपास के थाने मावली, वल्लभनगर, घासा, खेरोदा, फतहनगर से भी जाब्ता पहुंचा.
गांव में पुलिस की तैनाती, दावा- अब माहौल नियंत्रण में
ग्रामीणों का आक्रोश देख वहां मौजूद पुलिस ने अपना बचाव किया. पूरे गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया. ऐसे में डबोक, घासा, मावली और वल्लभनगर थाना पुलिस का जाब्ता मौके पर बुलाया गया. वहीं, वल्लभनर डिप्टी राजेन्द्र सिंह और मावली डिप्टी मनीष कुमार भी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने 15 से 20 लोगों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस लगी हुई है. पुलिस का दावा है कि स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है.
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