Didwana News: डीडवाना जिले के कुचामन सिटी क्षेत्र के ग्राम देवली में एक कलयुगी पुत्र ने अपनी ही वृद्ध मां की लाठियों से पीट पीट कर हत्या कर दी. मामले में पुलिस को महिला के बेटे पर ही शक हुआ, लेकिन वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. कुचामन थानाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि कल यानि 21 फरवरी को सूचना मिली कि देवली गांव में एक महिला लहुलुहान हालत में पड़ी है, पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला की महिला की मौत हो चुकी है. जिसके बाद मृतका प्रेम कंवर का शव मोर्चरी में रखवाया और मामले की जांच शुरू की.
इस मामले में मृतका के पति गिरधारी सिंह ने पुलिस को रिपोर्ट दी. जिस पर पुलिस ने शक के आधार पर मृतका के बेटे राजेंद्र सिंह को डिटेन कर पूछताछ की. पुलिस ने जब उस सख्ती से पूछताछ तो राजेंद्र सिंह ने अपनी मां की हत्या करना कबूल कर लिया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कुचामन न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायालय ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
मां ने टोका, तो कर दी हत्या
पुलिस की जांच में सामने आया कि कल रात को आरोपी राजेंद्र सिंह की मां उसे खाना खिलाने आई थी. खाना खिलाने के बाद वह अपने कमरे में जाकर सो गई, जबकि राजेंद्र सिंह को नींद नहीं आई तो वह रात को घर के खुले अहाते में चला गया और आग लगाकर अलाव तापने लगा. इस दौरान उसकी मां उठकर आई और राजेंद्र सिंह को आग बुझाकर कमरे में जाकर सोने की सलाह दी. इस बात पर राजेंद्र सिंह ने अपनी मां से झगड़ा किया और आवेश में आकर पास में पड़ी लाठी से मां पर ताबड़तोड़ वार कर दिए, जिससे उसके दोनों हाथ, एक पांव टूट गए ओर सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई.
हत्या के बाद जाकर सो गया हत्यारा बेटा
पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद आरोपी अपने कमरे में चला गया और दरवाजा बंद कर सो गया. दूसरे दिन सुबह महिला का पति गिरधारी सिंह घर आया तो उसकी पत्नी लहूलुहान हालत में फर्श पर पड़ी मिली. इस पर उसने बेटे से पूछा तो उसने कहा कि सीउसे कुछ पता नहीं' इसके बाद पुलिस जांच में हत्या का खुलासा हुआ.
मर्डर का आरोपी रह चुका है राजेंद्र सिंह
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी राजेंद्र सिंह वर्ष 2002 में मारोठ थाना क्षेत्र के एक मर्डर मामले का आरोपी रह चुका है. वहीं कई साल पहले उसका बड़ा भाई भी आत्महत्या कर चुका है. माता पिता से भी उसकी बनती नहीं है. इस कारण वह अलग मकान में रहता था. राजेंद्र सिंह की मां उसे खाना खिलाने आती रहती थी.
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