Keoladeo National Park
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कैसे होती है पान की खेती, खाद के रूप में यूज होता है दूध-दही और घी, पढ़ें NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट
- Sunday May 19, 2024
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: निशांत मिश्रा |
Rajasthan Agriculture News: पान को ओलावृष्टि और मौसम की मार से बचाने के लिए दूध, दही और घी का खाद के रूप में उपयोग किया जाता है.
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World Migratory Bird Day: केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में हर साल हज़ारों KM का सफर तय करके आते हैं प्रवासी पक्षी
- Saturday May 11, 2024
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: इकबाल खान |
घना में साइबेरिया, मंगोलिया, सेंट्रल एशिया से ज्यादा संख्या में पक्षी यहां पहुंचते हैं. बर्फीले देशों में सर्दी के मौसम में जब बर्फ पड़ती है तो पक्षियों के लिए भोजन उपलब्ध नहीं हो पाता. इसलिए ये पक्षी भोजन और प्रजनन के लिए उड़कर यहां पहुंचते हैं. अक्टूबर में ये पक्षी यहां आना शुरू कर देते हैं और प्रजनन काल पूरा कर फरवरी अंत से मार्च तक बच्चों के साथ उड़ान भर जाते हैं.
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केवलादेव नेशनल पार्क की पहचान पर छा रहा संकट, 2012 के बाद पांचना नदी को नहीं मिला पानी
- Sunday May 5, 2024
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: निशांत मिश्रा |
22 साल से पांचना और गम्भीर नदी का पानी नहीं मिला. केवलादेव नेशनल पार्क का 3 वर्ग किलोमीटर वेटलैण्ड कम हो गया. अब इसके पहचान पर भी संकट भी छा गया है.
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इस नेशनल पार्क में कछुओं की मौत से हड़कंप, क्या है कछुओं की मौत की वजह, क्या बोले डीएफओ?
- Sunday November 5, 2023
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: मोहित कुमार |
डीएफओ मानस सिंह ने कहा कि कुछ लोग कछुआ की मौत की झूठी खबर फैला कर अन्य लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में रहने वाले जीवों के द्वारा ही कछुओं का शिकार किया जा रहा है.
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भरतपुर : पानी की समस्या से जूझ रहा केवलादेव नेशनल पार्क, विदेशी पक्षियों के 'ठिकाने' पर सूखे का संकट
- Wednesday July 19, 2023
- Edited by: बिक्रम कुमार सिंह |
विश्व विरासत में शामिल राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में पानी की किल्लत एक बड़ा संकट है. क्योंकि जल आपूर्ति पूरी होने के बाद ही प्रवासी पक्षी सहज रूप से यहां अपना जीवन यापन कर सकते हैं.
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कैसे होती है पान की खेती, खाद के रूप में यूज होता है दूध-दही और घी, पढ़ें NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट
- Sunday May 19, 2024
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: निशांत मिश्रा |
Rajasthan Agriculture News: पान को ओलावृष्टि और मौसम की मार से बचाने के लिए दूध, दही और घी का खाद के रूप में उपयोग किया जाता है.
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- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: इकबाल खान |
घना में साइबेरिया, मंगोलिया, सेंट्रल एशिया से ज्यादा संख्या में पक्षी यहां पहुंचते हैं. बर्फीले देशों में सर्दी के मौसम में जब बर्फ पड़ती है तो पक्षियों के लिए भोजन उपलब्ध नहीं हो पाता. इसलिए ये पक्षी भोजन और प्रजनन के लिए उड़कर यहां पहुंचते हैं. अक्टूबर में ये पक्षी यहां आना शुरू कर देते हैं और प्रजनन काल पूरा कर फरवरी अंत से मार्च तक बच्चों के साथ उड़ान भर जाते हैं.
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केवलादेव नेशनल पार्क की पहचान पर छा रहा संकट, 2012 के बाद पांचना नदी को नहीं मिला पानी
- Sunday May 5, 2024
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: निशांत मिश्रा |
22 साल से पांचना और गम्भीर नदी का पानी नहीं मिला. केवलादेव नेशनल पार्क का 3 वर्ग किलोमीटर वेटलैण्ड कम हो गया. अब इसके पहचान पर भी संकट भी छा गया है.
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- Sunday November 5, 2023
- Reported by: ललितेश कुशवाहा, Edited by: मोहित कुमार |
डीएफओ मानस सिंह ने कहा कि कुछ लोग कछुआ की मौत की झूठी खबर फैला कर अन्य लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में रहने वाले जीवों के द्वारा ही कछुओं का शिकार किया जा रहा है.
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