
PM Narendra Modi' Mission 370: आम चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024) में अब महज कुछ महीने शेष हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता का सेमीफाइनल जीतकर उत्साह से लबरेज बीजेपी (BJP) सत्ता का फाइनल खेलने को तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी ने 'मिशन 370' का नारा देकर माहौल बना दिया है. सबके मन में सवाल है कि लोकसभा चुनाव 2024 बीजेपी इसमें कैसे सफल हो सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में दिए बयान में कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में अकेले 370 सीट जीतेगी, जबकि एनडीए के 400 से अधिक सीटें जीतने की गारंटी दी थी. PM मोदी के 370 सीट जीतने की गांरटी को अमलीजामा पहनाने के लिए पार्टी को लोकसभा चुनाव 2019 में जीते 303 सीटों में 67 सीट और जोड़ना होगा, जो टेढ़ी खीर भी साबित हो सकती है, लेकिन अब अगर यह गारंटी मोदी की है, तो पार्टी को इसका इंतजाम भी बनाना होगा.

पिछले 15 दिनों में कांग्रेस समर्थित इंडिया एलायंस को एक के बाद एक झटके मिले हैं. ममता ने सबसे पहले इंडिया एलायंस का साथ छोड़ा, फिर सिलसिला शुरू हो गया है. बिहार में पाला बदलकर एनडीए से जुड़ गए नीतीश कुमार, कांग्रेस छोड़कर शिंदे गुट शिवसेना से जुड़े मिलिंद देवड़ा और कांग्रेस छोड़कर भाजपा वापस आए जगदीश शेट्टार के बाद अब जयंत चौधरी के भी एनडीए में शामिल होने की खबर ने चुनाव से पहले इंडिया एलायंस को कमजोर कर दिया है.
डगर मुश्किल, लेकिन नामुमकिन नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने आम चुनाव 2024 में बीजेपी के लिए 370 सीटों की गारंटी देते हुए अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की याद दिला दी. 2019 में सरकार बनने के तीसरे महीने में ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया गया, जो BJP का बहुत पुराना वादा था.

पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनावों में उत्तर भारत के तीन राज्यों में मिली शानदार जीत ने भी पीएम मोदी का भरोसा बढ़ाया है. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बन गई, जहां लोकसभा की 65 सीटें पड़ती हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन तीन राज्यों में 61 सीटें जीती थीं. वो जीत तब मिली थी, जबकि तीनों राज्यों में विधानसभा चुनावों में बीजेपी हार गई थी.
बिखर रहा कांग्रेस इंडिया एलांयस का कांरवा
राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के सामने विकल्प के रूप में कांग्रेस समर्थित इंडिया एलांयस का एक होना जरूरी है, लेकिन दिशाहीनता की स्थिति में एक-एक करके सभी सहयोगी एलायंस छोड़कर भाग रहे हैं, लेकिन ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और रालोद ने कांग्रेस समर्थित एलायंस को बड़ा झटका दिया है.

पीएम मोदी भी मानते हैं इंडिया एलायंस को राहुल गांदी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से कोई लाभ नहीं होने वाला है. यही कारण है कि लोकसभा में अपने संबोधन में उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, ''एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई हैं

अगर BJP 2024 आम चुनाव में 370 सीटें जीत लेती है, तो वह 1984 में राजीव गांधी और 1957 में जवाहरलाल नेहरू के बाद ऐसी प्रचंड जीत हासिल करने वाले मोदी तीसरे प्रधानमंत्री होंगे. हालांकि, 370 सीटों पर जीत का लक्ष्य वाकई एक बड़ी चुनौती है. पिछली बार BJP ने 303 सीटें जीती थीं. तब उसने उत्तर भारत में विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था.
उत्तर भारत के 10 हिंदी भाषी राज्यों में BJP ने जीतीं 177 सीटें
उत्तर भारत के 10 हिंदी भाषी राज्यों में कुल 225 लोकसभा सीटें आती हैं. इनमें BJP ने 177 सीटें जीती थी. प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में BJP ने 26 में से 26 सीटें जीती. महाराष्ट्र की 48 सीटों में BJP को 23 सीटें मिलीं.

राजनीतिक आरोपों-प्रत्योरोपों के बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि BJP कैसे 303 में 67 सीटें जोड़कर इसे 370 तक पहुंचाएगी? जाहिर है कि इसके लिए BJP को नए क्षेत्र तलाशने होंगे, जो बहुत आसान नहीं है. बीजेपी को दक्षिण राज्यों मसलन आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में सीट जीतनी होगी. पिछले चुनाव में बीजेपी ने तेलंगाना में 4 वाली जीती थी. तमिलनाडु और केरल में बीजेपी को खाता खोलकर 2024 चुनाव में 370 का आंकड़ा पा सकती है.
BJP के सामने 2 अहम चुनौतियां?
PM मोदी के इस टारगेट और BJP के कॉन्फिडेंस पर विपक्ष कह रहा है कि ये मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं. बीजेपी को यकीन है कि विपक्ष तो टूटे मन से काम कर रहा है, ऐसे में वो कहां रोक पाएगा, लेकिन बीजेपी के सामने दो अहम चुनौतियां हैं. पहली चुनौती उत्तर भारत की पिछली जीत को हर हाल में बरकरार रखना और दूसरी चुनौती है दक्षिण भारत के कई राज्यों में मिले जीरो को शानदार सफलता में बदलना.

उत्तर भारत में BJP ने दोहराएगी पिछला रिकॉर्ड?
उत्तर भारत में अगर BJP ने अपना पिछला रिकॉर्ड दोहरा दिया, तो BJP को अपने दम पर बहुमत मिल जाएगा, लेकिन 370 सीटों के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए दक्षिण भारत जीतना ही होगा. इस चुनावी साल में पीएम मोदी सबसे ज्यादा दक्षिण भारत की यात्रा पर ही देखे गए. जानकारों की मानें तो जिस 370 सीटों पर जीत का लक्ष्य PM मोदी ने तय किया है, उसके लिए दक्षिण विजय बहुत जरूरी है.
दक्षिण भारत में 5 राज्यों व दो UT में बढ़ेंगी सीटें?
दक्षिण भारत में 5 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों को मिलाकर कुल 131 सीटों में BJP के पास अभी 29 सीटें हैं. तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश जैसे तीन अहम राज्यों में अभी BJP निल बटे सन्नाटा है. BJP जितनी ज्यादा सीटें दक्षिण भारत में जीतेगी, 'मिशन 370' की कामयाबी सुनिश्चित कर पाएगी.
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