Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए अब प्रचार अभियान जोर पकड़ता नजर आ रहा है. प्रचार अभियान की शुरुआत के साथ ही नेताओं के एक-दूसरे पर जुबानी हमले भी तेज हो गए है. इसी कड़ी में शुक्रवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता हेमाराम चौधरी ने शिव रविंद्र सिंह भाटी पर तीखा हमला किया. हेमाराम चौधरी का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कांग्रेस नेता एक जनसभा में मारवाड़ी भाषा में रविंद्र भाटी को खीजोड़ो कहा. खीजोड़ो का मतलब होता है कि पागल ऊंट. जिसे काबू करना संभव नहीं होता. हेमाराम के बयान पर भाटी की ओर से भी पटलवार किया गया है. भाटी की टीम ने खीजोड़ो की खासियतें बताते हुए कहा रेत और रेगिस्तान का साथी है खीजोड़ो.
भाटी के ताल ठोकने से बाड़मेर का समीकरण बदला
दरअसल बाड़मेर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने उम्मेदाराम को चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर भाजपा से केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद कैलाश चौधरी प्रत्याशी है. इन दोनों की टक्कर को त्रिकोणीय बना दिया है शिव के निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने. भाटी की जनसभाओं में लोगों की भीड़ जुट रही है. जिसे देखकर भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के नेता परेशान है. इसी बीच शुक्रवार को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए हेमाराम चौधरी ने रविंद्र भाटी पर तीखे हमले किए.
6 बार के विधायक हेमाराम का भाटी पर तीखा हमला
गुड़ामालानी विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रह चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष हेमाराम चौधरी ने रविंद्र भाटी पर जुबानी हमला बोलते हुए उन्हें राजस्थानी देसी भाषा में खिजोड़ा हुआ ऊंट मतलब पागल ऊंट बताया है. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार तो सिर्फ पार्टियों के होते हैं बिना पार्टियों के उम्मीदवार बिना लगाम के घोड़े और ऊंट की तरह होते हैं, जिन पर काबू नहीं पाया जा सकता है.
'पेड़ से काटकर उगाई गई लकड़ी कभी कभार ही उगती है'
अपने भाषण में कांग्रेस नेता ने रविंद्र सिंह भाटी पर जमकर जुबानी हमला बोलते हुए मारवाड़ी में की कहा कि 'शिव विधानसभा में इस बार उभे लकड फट चुके है, ये नहीं है कि बार बार फटेंगे'. मतलब कि पेड़ से काटकर उगाई गई लकड़ी कभी कभार उगती है हर बार ऐसा नहीं होता.
रविंद्र सिंह भाटी अति महत्वाकांक्षीः हेमाराम चौधरी
हेमाराम चौधरी ने रविंद्र सिंह भाटी को अति महत्वाकांक्षी बताते हुए कहा कि उन्हें विधायक बनना था इसलिए पार्टी से टिकट मांगी. नहीं मिली तो निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गया. फिर वो महत्वाकांक्षा और बढ़ गई अब उन्हें सांसद बनना है और अकेले चुनाव लड़ना कहते हैं कि वो अकेले तारे तोड़ने की बातें करते हैं. बड़े-बड़े काम करने के दावे करते हैं. जब बड़ी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां तारे तोड़ नहीं पाई मतलब बड़े-बड़े वादे पूरे नहीं कर पाई तो आप अकेले कैसे इसे पूरा कर पाओगे.
हेमाराम का वीडियो वायरल
हेमाराम चौधरी द्वारा गुरुवार को गुड़ामालानी में कांग्रेस के सम्मेलन में दिए गए भाषण का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसकी जवाब में रविंद्र सिंह भाटी की टीम की ओर से सोशल मीडिया पर हेमाराम चौधरी के हर तंज पर जवाब दिया गया है रविंद्र सिंह भाटी के पक्ष में जारी एक पोस्ट जिसका शीर्षक दिया गया है कि खीजोड़ो ऊंट (पागल ऊंट).
भाटी की टीम ने किया पटलवार
रेत और रेगिस्तान का साथी है खीजोड़ों ऊंट,
धोरो में रहने का आदी है खीजोड़ो ऊंट,
बाड़मेर जैसलमेर और बालोतरा का अभिमान है खीजोड़ो ऊंट
ओरण का सहयोगी है की खीजोड़ों ऊंट
धोरों में पानी की पखाल(ऊंट पर पानी लाने हेतु कपड़े का बोरा)ढोएगा खीजोड़ो ऊंट
गरीबों का सहारा बनेगा खिजोड़ो ऊंट
अच्छे अच्छों के नकाब उतार रहा है खीजोड़ो ऊंट
कुंठित मानसिकता वालों को भी स्नेह से देख रहा है खीजोड़ो ऊंट
36 कौम का भरोसेमंद है खीजोड़ों ऊंट
वोटो से भरे बोरे दिल्ली ले जाएगा खीजोड़ो ऊंट
मोदी शाह के सामने टेबल बजाकर रेगिस्तान की बात रखेगा खीजोड़ों ऊंट
दिल्ली से धोरों में विकास के बोरे भर लाएगा खीजोड़ों ऊंट,
पार्टी पूतों की लंका लगाएगा खीजोड़ो ऊंट
बिना मोहरी यानी लगाम का है तभी पार्टियों का गुलाम नहीं है खीजोडो ऊंट
मोहारी लगाम वालों की तरह सिर्फ मंत्री बनने को नहीं होएगा खीजोड़ों ऊंट
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