
Behror Lawyers Strike: कोर्ट का काम बंद होना सरकार और जनता दोनों के लिए बेहद चिंता का विषय है. लेकिन राजस्थान के बहरोड़ में जिला एवं सत्र न्यायालय (डीजे कोर्ट) की स्थापना की मांग को लेकर शुक्रवार को शहर में पूर्ण बंद कराया. बार संघ के सदस्य पिछले 17 दिनों से कार्य बहिष्कार पर हैं, जिसके चलते न्यायालय में किसी भी मामले की पैरवी नहीं हो रही है. गुरुवार को विभिन्न व्यापारिक संगठनों और सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने नए कोर्ट परिसर का दौरा किया और बहरोड़ अभिभाषक संघ के कार्य बहिष्कार और क्रमिक अनशन को अपना समर्थन दिया.
क्या है बार संघ की मांग
प्रदेश सरकार ने बजट में कोटपूतली-बहरोड़ जिले में जिला और सत्र न्यायालय खोलने की घोषणा की थी. बार संघ की मांग है कि बहरोड़ में डीजे कोर्ट खोला जाए और इसका मुख्यालय यहीं स्थापित किया जाए.
13 दिन से डीड राइडर्स का काम बंद
बहरोड़ अभिभाषक संघ के अध्यक्ष नरपल यादव ने बताया- स्टांप विक्रेता, डीड राइटर और टाइपिस्ट ने 13 दिन पहले से ही काम बंद कर दिया है. इससे राजस्व को नुकसान हो रहा है, और नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रजिस्ट्री, शपथ पत्र और बिजली फाइलें तैयार नहीं हो पा रही हैं, जिससे लोगों को स्टांप के लिए अन्य तहसीलों का रुख करना पड़ रहा है.
कई संगठनों ने मिलकर किया बंद
शुक्रवार को बहरोड़ बंद का ऐलान हिंदू जागरण मंच, व्यापार महासंघ, अलवर रोड व्यापार मंडल, ट्रक यूनियन, लायंस क्लब रॉयल, मॉडर्न सोशल सर्विस क्लब फेडरेशन और इंडस्ट्रीज एसोसिएशन समेत विभिन्न संगठनों ने किया है. इस दौरान भारी पुलिस जाप्ता भी मौजूद रहा. वकीलों ने जो दुकान खुली थी उन्हें बंद भी करवाया.
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