
Rajasthan RTO Action: भरतपुर में एक महिला मरीज को डॉक्टर के पास लेकर जा रहे इको गाड़ी चालक को RTO का चालान नहीं जमा करने पर टीम ने गाड़ी जब्त कर ली. इससे इको गाड़ी में जा रही महिला मरीज को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. चालक और मरीज गाड़ी को छोड़ने की गुहार लगाते रहें, लेकिन आरटीओ टीम के इंस्पेक्टर ने एक नहीं सुनी.जब मामला बढ़ने लगा तो आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों ने एंबुलेंस के सहयोग से मरीज को अस्पताल भेजना पड़ा.
23 हजार का काटा चालान
पीड़ित महिला बबली शर्मा ने बताया कि वह अपने गांव जघीना से भरतपुर डॉक्टर को रीड की हड्डी की समस्या को दिखाने के लिए अपने परिजनों के साथ निवासी इको चालक मनीष सैनी के साथ जा रही थी. इसी दौरान हीरादास के पास आरटीओ टीम के इंस्पेक्टर ने इको गाड़ी को रुकवा लिया और उसका 23 हजार रुपये का चालान बना दिया. जब चालान जमा करने में परेशानी बताई तो गाड़ी को जब्त करने की बात कही, जिस पर बबली शर्मा के परिजनों ने पहले मरीज को डॉक्टर को दिखाने की गुजारिश की.
गाड़ी जब्त करने पर रोने लगी महिला
आरटीओ इंस्पेक्टर ने चालान जमा नहीं कराने पर गाड़ी से सभी को उतरने की बात कही, जिस पर महिला मरीज ने उठने-बैठने में असमर्थता बताई और गाड़ी से नहीं उतरी. जिस पर आरटीओ की टीम ने गाड़ी को आरटीओ कार्यालय लाकर जब्त कर दिया. गाड़ी जब्त होने पर महिला मरीज वहीं गेट पर बैठ गई और रोने लगी.
मरीज को एंबुलेंस से भेजा अस्पताल
चालक मनीष सैनी ने बताया कि गाड़ी का चालान कर गाड़ी को आरटीओ कार्यालय पर जब्त कर खड़ा कर दिया. उसके बाद निरीक्षक वहां से चला गया. कार्यालय में उपस्थित अन्य अधिकारियों का कहना है पहले चालान जमा करा दीजिए उसके बाद में गाड़ी लेकर जाएं. इस दौरान महिला मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन जब मामला बढ़ता देख आरटीओ द्वारा एंबुलेस से मरीज को अस्पताल भेजा गया.
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